​विजयपुरा. कर्नाटक में शुक्रवार को हुई एक शादी मीडिया की सुर्खियों में है। जिस लड़की की शादी हुई, उसे पिछले 10 सालों से एक मुस्लिम परिवार पाल रहा था। यह मामला इसलिए मिसाल बनकर सामने आया है कि क्योंकि मुस्लिम परिवार ने लड़की की शादी एक हिंदू लड़के से कराई। यह शादी हिंदू परंपरा के रीति-रिवाजों से सम्पन्न हुई।

8 साल की उम्र में अनाथ हो गई थी पूजा
महबूब मसली 18 वर्षीय पूजा वाडिगेरी के अभिभावक हैं। उन्होंने शुक्रवार को पूजा की शादी कराकर एक मिसाल पेश की। पूजा जब 8 साल की थी, तब वो अनाथ हो गई थी। इसके बाद महबूब मसली ने ही उसे पाला-पोसा और पढ़ाया-लिखाया।

पहले से ही मसली की दो बेटियां हैं
महबूब पहले से ही दो बेटियों के पिता हैं। उनके दो बेटे भी हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी पूजा को अलग नहीं समझा। उसे वो सभी सुख-सुविधाएं दी, जो अपने बच्चों को देते रहे। जब पूजा अनाथ हुई, तो वो उसे अपने घर ले आए। हालांकि उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि पूजा की शादी हिंदू रीति-रिवाजों से ही कराएंगे।

कभी इस्लाम धर्म अपनाने की बात नहीं की
महबूब ने कभी पूजा से इस्लाम धर्म अपनाने की बात नहीं की। महबूब कहते हैं कि ऐसा करना उनके धर्म के खिलाफ है। यह शादी बिना दहेज के हुई। इस शादी में दोनों धर्मों के लोग शामिल हुए।

साम्प्रदायिक सद्भाव की पहचान हैं महबूब
महबूब अपने इलाके में साम्प्रदायिक सद्भाव की पहचान माने जाते हैं। वे हर साल शहर में गणेश उत्सव के कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर शामिल होते हैं। दोनों धर्मों के ऐसे कार्यक्रम, जो सौहार्द्र की मिसाल बनें; उन्हें प्रेरित करते हैं।