फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने टीवी पत्रकार राजदीप सरदेसाई पर अपनी फिल्म  ‘द ताशकंद फाइल्स’ के खिलाफ राजनीतिक पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है।

दरअसल हाल ही में अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने इंडिया टुडे टेलीविजन पर एक इंटरव्यू दिया था। इस दौरान विवेक से पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने उनसे सवाल किया कि, क्या उनकी फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' एक प्रचार फिल्म है जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले रिलीज़ हो रही है? 

सरदेसाई ने इस फिल्म के साथ विवेक अग्निहोत्री की ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ और आगामी फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह फिल्में कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाती हैं।

दरअसल ‘द ताशकंद फाइल्स’ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी मृत्यु के इर्द-गिर्द घूमती हैं। यह फिल्म 12 अप्रैल को रिलीज हो रही है।

पत्रकार राजदीप देसाई के पूर्वाग्रह की ओर इशारा करते हुए विवेक ने लिखा है कि '' कल रात आपने अपने प्राइम शो में यह साबित करने की कोशिश की, कि लाल बहादुर शास्त्री की मौत पर मेरी आने वाली फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ कांग्रेस नेतृत्व को फंसाने के लिए बनाई गई है। क्या आपने यह फिल्म देखी है? यदि नहीं, तो आप कैसे यह जानते हैं?  क्या इसे मेरी फिल्म के खिलाफ प्रचार नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि आप मेरे खिलाफ राजनीतिक पूर्वाग्रह रखते हैं? यदि नहीं, तो क्या आप यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस वास्तव में दोषी है? ”

इन सब के बाद अब विवेक अग्निहोत्री ने राजदीप सरदेसाई को अपने शो ‘वन ऑन वन’ में बहस के लिए चुनौती दी है। उन्होंने एक नोट भेजते हुए लिखा है कि “चूंकि आपने फिल्म नहीं देखी है, तो यह स्पष्ट है कि आप तथ्यों को नहीं जानते हैं। क्या यह मान लेना ठीक है कि आप तथ्यों से पहले एक कथा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आप मुझसे व्यक्तिगत तौर पर नफरत कर सकते हैं लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि 'निष्पक्ष पत्रकारिता' यह मांग करती है कि आप मुझसे अपने शो ‘वन ऑन वन’ में बात करें? यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो यह मान लेना उचित नहीं होगा कि आपने 'निष्पक्ष पत्रकारिता' की बजाए पूर्वाग्रही राजनीतिक एजेंडे को चुना? '

अग्निहोत्री ने अपने नोट में यह भी लिखा है कि वह सरदेसाई के दफ्तर से बहस के लिए बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि सरदेसाई आरोप लगाकर भाग नहीं सकते। अग्निहोत्री ने कहा कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिए।