Success Story: पूरी उम्र एलआईसी एजेंट के रूप में काम किया। रिटायरमेंट के बाद पाई-पाई इकट्ठा की गई रकम से बिजनेस शुरू करने का फैसला लिया। मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेस में उतरे। शुरूआत में दिवालिया हो गए। फिर एक लाख रुपये पूंजी से शुरूआत की, जो अब 25,000 करोड़ रुपये के कारोबार में तब्दील हो चुका है। हम बात कर रहे हैं देश के सबसे बुजुर्ग अरबपति लक्ष्मण दास मित्तल की, जो सोनालिका ग्रुप के चेयरमैन हैं। आपको बता दें कि इसके पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस केशुब महिंद्रा भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति थे। 12 अप्रैल 2023 को 99 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।

1955 में एलआईसी एजेंट

लक्ष्मण दास मित्तल का जन्म 1931 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। स्थानीय गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। पंजाब यूनिवर्सिटी से उर्दू और अंग्रेजी में मास्टर्स की डिग्री ली। उस जमाने में शानदार एकैडमिक डिग्रियां होने के बावजूद किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। पहले मारूति की डीलरशिप के आवेदन किया, जो नामंजूर हो गया। साल 1955 में एलआईसी से बीमा एजेंट के रूप में जुड़ें। पर उनके अंदर का उद्यमी सही मौके की तलाश में था। काम के दौरान ही उन्होंने अपने बचत के पैसों से एग्रीकल्चर इक्विपमेंट (थ्रेशर) बनाने का काम शुरू किया। पर वह बिजनेस फेल हो गया। बैंकों ने उन्हें दिवालिया घोषित कर दिया। सारी सेविंग्स भी खत्म हो गई। पर उनका बिजनेस करने का जज्बा खत्म नहीं हुआ।

60 साल बाद मार्केट में लाएं सोनालिका ट्रैक्टर्स

अपना सपना पूरा करने के लिए लक्ष्मण मित्तल काम के साथ फिर बचत करते रहें। उनके पास सिर्फ एक लाख रुपये बचे थे। उन पैसों से ही बिजनेस खड़ा करने की ठानी। एलआईसी से 60 साल की उम्र में रिटायर हुए तो एक बार फिर बिजनेस सेक्टर में किस्मत आजमाने का फैसला किया। इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (आईटीएल) की नींव रखी और साल 1996 में मार्केट में सोनालिका ट्रैक्टर लेकर आए। धीरे-धीरे उनके ट्रैक्टर ने मार्केट पकड़ लियां अब 150 से ज्यादा देशों में उनके ट्रैक्टर की मार्केट है। 15 लाख से ज्यादा कस्टमर हैं।  

दुनिया के टॉप 5 ट्रैक्टर निर्माताओं में शुमार

फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक, लक्ष्मण दास मित्तल की नेटवर्थ 25,000 करोड़ से ज्यादा है। उनकी उम्र करीबन 93 साल हैं। भारत के नंबर एक ब्रांड है, जो ट्रैक्टर एक्सपोर्ट करता है। देश की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कम्पनी है। दुनिया भर के टॉप 5 ट्रैक्टर निर्माताओं में शुमार हैं। दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माण फैक्ट्री होशियारपुर में लगाई है। हालांकि अब वह सीधे तौर पर कम्पनी का काम नहीं देखते हैं। उनके बेटे कारोबार देखते हैं। 

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