तिरुवनंतपुरम: सबरीमाला मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारियों की नई सूची तैयार की गई है। इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) दीनेंद्र कश्यप, संनिधानाम से मारकूट्टम तक सुरक्षा के प्रभारी होंगे। वे आईजी विजय सखारे की जगह लेंगे। अशोक यादव, पंबा और निलाक्कल के आईजी प्रभारी होंगे। इससे पहले इस जगह पर आईजी मनोज को नियुक्त किया गया था। नई सुरक्षा व्यवस्था 30 नवंबर से लागू होगी। वहीँ सबरीमाला में कुछ आईजी और पुलिस अधीक्षकों को स्थानांतरित भी किया गया है। संनिधानाम में एसपी प्रथीश कुमार की जगह करुप्पा सामी प्रभारी होंगे और कलिरराज महेश कुमार पंबा में हरिशंकर की जगह लेंगे तथा निलाक्कल में मंजुनाथ, यथेश चन्द्र के स्थान पर प्रभारी होंगे।

इससे पहले, केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से सवाल किया था कि आखिर आपराधिक मामलों से जुड़े शीर्ष पुलिस अधिकारियों को सबरीमाला में क्यों तैनात किया गया। इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) विजय सखारे और पुलिस अधीक्षक (एसपी) यथीश चन्द्र का जिक्र करते हुए अदालत ने कहा, "ऐसे पुलिस अधिकारी जिन्हें मलयालम पढ़ने और लिखने के बारे में कोई जानकारी नहीं है, उन्हें तैनात क्यों किया गया?"

बीजेपी ने कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के साथ मिलकर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एसपी यथीश चन्द्र ने केंद्रीय नेता पोन राधाकृष्णन के साथ 'दुर्व्यवहार' किया था। प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने इस मामले में शिकायत दायर की थी।

पिछले बुधवार को चंद्र और पोन राधाकृष्णन के बीच कार पार्क को लेकर कहा सुनी हो गई थी। इस मामले में यथीश ने मंत्री को जानकारी दी थी कि नीलक्कल में कार पार्क करने की कोई सुविधा नहीं है इस पर मंत्री ने उनसे पूछा कि वाहनों को पम्बा में प्रवेश करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है।

चंद्र ने पूछा था कि यदि पंबा में कोई दुर्घटना हुई तो केंद्रीय मंत्री इसकी कोई जिम्मेदारी लेंगे। बीजेपी के महासचिव एएन राधाकृष्णन की भी यथीश चन्द्र से इस मुद्दे पर बहस हुई थी।