सोमवार सुबह प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 का स्तर दक्षिण दिल्ली के ओखला निगरानी स्टेशन पर 644 था, जो गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है। यानी दिल्ली में वायु प्रदूषण, सुरक्षित सीमा से 20 गुना अधिक है।

दिल्ली-एनसीआर के लोगों के एक और सुबह धुंध की एक गहरी परत के साथ हुई। स्मॉग के चलते लोगों को सुबह-सुबह सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। राजधानी दिल्ली में कई जगह हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान गिरने से दिल्ली में ठंड भी शुरू हो गई है। 

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार सुबह प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 का स्तर दक्षिण दिल्ली के ओखला निगरानी स्टेशन पर 644 था, जो गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है। यानी दिल्ली में वायु प्रदूषण, सुरक्षित सीमा से 20 गुना अधिक है। पीएम 2.5 बारिक कण होते हैं, जो फेफड़ों में प्रवेश कर सकते हैं। इनसे श्वास संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है। 

सोमवार सुबह दिल्ली के मंदिर मार्ग इलाके का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 707 दर्ज किया गया, मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में हवा की गुणवत्ता 676 रही और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास यह 681 थी। ये स्तर 'खतरनाक' की श्रेणी में आते हैं। 

दिवाली से पहले सुबह के समय गहराते स्मॉग ने चिंता बढ़ा दी है। दिवाली के दिन स्थिति सबसे खराब होने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। दिल्ली में ठंड का अहसास होने लगा था। सीपीसीबी का अनुमान था कि सोमवार-मंगलवार को प्रदूषण का स्तर उतना खराब नहीं रहेगा लेकिन राजपथ पर सुबहा का नजारा कुछ और ही था। यहां स्मॉग के कारण विजिबिलिटी काफी कम थी।