करतारपुर साहिब गलियारे को लेकर कांग्रेस के अंदर ही घमासान मचा हुआ है। जहां एक और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के न्यौते को ठुकरा दिया है, वहीं सिद्धू पाकिस्तान से मिले न्यौते से गदगद हैं। उन्होंने पाक का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की आधारशिला रखे जाने के दौरान पाकिस्तान के थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने पंजाब में आतंकी गतिविधियों और सीमा पर भारतीय सैनिकों के मारे जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस नेता अमरिंदर ने कहा, ‘मैं उनके (पाकिस्तान के) थलसेना प्रमुख से कुछ कहना चाहता हूं। मैं भी सेना में रहा हूं और जनरल बाजवा सेवा में मुझसे काफी जूनियर हैं। क्या थलसेना आपको सीमा पर हमारे जवानों को मारना सिखाती है? आप स्नाइपर से उन्हें मारते हैं। क्या आपको बताया गया है कि आपने पठानकोट, दीनानगर में लोगों को मारा?’ 

अमरिंदर सिंह ने कहा, मैं पाकिस्तान के सेनाप्रमुख को कहना चाहता हूं कि हम भी पंजाबी हूं। तुम्हें यहां आने और माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अमृतसर स्थित निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले का जिक्र करते हुए 76 साल के अमरिंदर ने कहा, ‘लोग एक गांव में सत्संग कर रहे थे और उन पर ग्रेनेड फेंके गए। क्या सेना यही सिखाती है? यह कायराना हरकत है।’ उस हमले में तीन लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि यह सभी को पता है कि पाकिस्तान में सेना की ही चलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम शांति में विश्वास रखते हैं और यहां से शांति का संदेश दे रहे हैं, लेकिन उनके जनरलों को समझना चाहिए कि हमारी सेना बड़ी है और हम तैयार हैं। यह नहीं होना चाहिए, क्योंकि कोई भी युद्ध नहीं चाहता है। हम शांतिपूर्ण तरीके से विकास करना चाहते हैं।’ 

उधर, करतार सिंह गलियारे को लेकर सिद्धू ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को 'फरिश्ता' बताया है। सिद्धू ने कहा, 'बाबा नानक के नाम पर यह रास्ता खुल गया है, इसमें अपार संभावनाएं हैं। चाहे संभावना शांति की हो या संधि की हो, हर चीज संभव है।' उन्होंने कहा, 'बस राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत होती है, जो सीमापार से उस फरिश्ते ने दिखाई है और जो हमारी सरकार ने दिखाई है। हम सबके ऋणी हैं, सबकी जय-जयकार है। सब इसमें शरीक हों।' 

इमरान खान को 'फरिश्ता' कहने के बाद कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू विपक्ष के निशाने पर हैं। कैप्टन ने भी इसे सिद्धू का व्यक्तिगत विचार बताया है। उन्होंने कहा, 'यह उनकी मर्जी है। मैं केवल एक सीएम और सिख के तौर पर अपनी जिम्मेदारियां जानता हूं।' उन्होंने कहा, 'यही वजह है कि हम करतारपुर कॉरिडोर गलियारा चाहते थे, लेकिन कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना भी मेरी जिम्मेदारी है, जो मुझे पाकिस्तान जाने की इजाजत नहीं देता।' 

इस बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल ने कहा, 'मैं फिर कहती हूं, सिद्धू गद्दार हैं।' इससे पहले, उप-राष्ट्रपति नायडू ने करतारपुर साहब गलियारे के निर्माण के लिए आधारशिला रखी। गलियारा बन जाने पर भारत से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरूद्वारा दरबार साहिब तक आसानी से जा सकेंगे।