अयोध्या--रामनगरी अयोध्या में आज विश्व हिन्दू परिषद और शिवसेना के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। जमा हुए कार्यकर्ता अयोध्या में भगवान राम का भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं।

विश्व हिंदू परिषद की तरफ से यहा पर धर्म सभा का आयोजन किया जा रहा है। धर्म सभा में शामिल होने के लिए शनिवार से ही साधु-संतों और रामभक्तों के आने का सिलसिला जारी है। किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए भारी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। 

धर्म सभा में शामिल होने के लिए देश भर से बसों, ट्रेनों और निजी वाहन से हजारों की संख्या में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बजरंग दल के कार्यकर्ता अयोध्या पहुंच चुके हैं।

सभी कार्यकर्ता होने वाली धर्म सभा में हिस्सा लेने के लिए कारसेवकपुरम के बड़े भक्तमल की बगिया में इकट्ठा हुए हैं। माना जा रहा है कि इस सभा में आरएसएस के 1 लाख और वीएचपी के 1 लाख कार्यकर्ता हिस्सा लेंग। सिर्फ पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से 10000 बजरंगी (बजरंग दल) आयोध्या पहुंच रहे हैं।

वीएचपी की धर्म सभा से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सुबह साढ़े 9 बजे के लगभह रामलला के दर्शन किए। दर्शन कर वे सीधे होटल लौट गए। धर्मसभा से पहले अयोध्या में सुरक्षा के चाक चौबंद बढ़ा दिए गए हैं।

वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया कि रविवार को होने वाली धर्म सभा के बाद आरएसएस और वीएचपी के प्रतिनिधि सभी दलों के नेताओं से मुलाकात करना शुरू करेंगे और राम मंदिर पर कानून लाने के लिए समर्थन मांगेंगे।

इसके बाद प्रयाग में 31 जनवरी और 1 फरवरी को होने वाली धर्म सभा के समापन के बाद राम मंदिर निर्माण के लिए सभी शहरों के मंदिरों में प्रार्थना और यज्ञ का आयोजन होगा।

बड़ी संख्या में साधु-संतों और लाखों कार्यकर्ताओं के अयोध्या पहुंचने पर उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है, जिसमें 70 हजार पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।