उत्तर प्रदेश में आईएएस अफसर बी. चंद्रकला और सपा नेताओं समेत कई लोगों के खिलाफ सीबीआई छापे के बाद यूपी की सियासत गर्मी गयी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज इस मामले में भाजपा पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने सीबीआई से मिलने का मौका दिया था और अब भाजपा मिलने का मौका दे रही है. अखिलेश यादव ने कहा कि जो भी पूछा जाएगा, उसका जवाब दिया जाएगा. उधर भाजपा ने अखिलेश यादव से सवाल पूछे और उनकी भूमिका को लेकर कठघरे में खड़ा किया.

प्रदेश में पूर्व की सपा सरकार के दौरान कई जिलों में हुए अवैध खनन को लेकर हाईकोर्ट के सीबीआई जांच की आदेश के बाद शनिवार को राज्य के कई हिस्सों में सीबीआई ने छापेमारी की. सीबीआई ने हमीरपुर की जिलाधिकारी रही आईएएस अफसर बी. चंद्रकला के आवास पर भी छापा मारा और कई दस्तावेजों को जब्त किया. असल में जब राज्य में सपा की सरकार थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे तो पहले खनन विभाग उन्हीं के पास था. जबकि वर्तमान में जेल में सजा काट रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति को बाद में खनन विभाग का मंत्री बनाया गया. प्रजापति सपा संरक्षक मुलायम सिंह के करीबी माने जाते हैं.

सीबीआई के इस मामले में अब अखिलेश यादव से पूछताछ करने की संभावना है. लिहाजा आज अखिलेश ने मीडिया के सामने आकर भाजपा पर निशाना साधा. अखिलेश का कहना था कि भाजपा सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. अखिलेश ने कहा कि पहले कांग्रेस का पूछताछ की थी और अब भाजपा पूछताछ करवा रही है. उन्होंने कहा कि हमसे जो पूछा जाएगा, हम उसका जवाब देंगे. अखिलेश ने कहा कि हम गठबंधन कर सकते हैं, जनता के बीच जा सकते हैं और जिन्हें रोकना है उनके पास सीबीआई है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीबीआई की ताजा जांच को राजनीति से प्रेरित बताया. अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा सरकार ने एक्सप्रेसवे बनाया तो उन्हें इसकी भी जांच करवानी चाहिए. 

उधर अखिलेश के बयान के बाद भाजपा ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर अखिलेश पर पटलवार किया और अखिलेश यादव से सवाल पूछे. यूपी में भाजपा के कैबिनेट मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह कहा कि 2012 से 2017 के बीच क्या राज्य में सपा की सरकार नहीं थी और अखिलेश के अधीन खनन विभाग नहीं था. कल के सीबीआई छापे में कुछ अधिकारी और एसपी के नेता शामिल हैं. सपा सरकार के दौरान जब 2012 खनन के ठेके ई-टेंडर के माध्यम से देने का निर्णय किया था. ई-टेंडर तो लाए, लेकिन आपकी अधिकारी बी चंद्रलेखा उसका उल्लंघन करती हैं.

बी. चंद्रलेखा को हमीरपुर का डीएम क्यों बनाया गया. वहीं आपकी पार्टी के दिनेश कुमार मिश्रा, अंबिका तिवारी, संजय दीक्षित और आदिल खान से क्या संबंध हैं, जो मामले में आरोपी हैं. आपके बाद गायत्री प्रजापति को खनन मंत्री बनाया गया. सिंह ने सीबीआई का बचाव करते हुए कहा कि इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने खनन घोटाले का संज्ञान लिया था. सीबीआई हाई कोर्ट के अधीन काम कर रही है. वह किसी के गठबंधन के समय या फिर चुनाव को देखते हुए ऐक्शन नहीं ले रही है.