आगामी लोकसभा चुनाव के बाद फिर से सत्ता में काबिज होने के लिए भाजपा आज से अपने नेताओं के बीच राष्ट्रीय परिषद में मंथन करेगी. इस बैठक में प्रधानमंत्री देशभर से आए संगठन के पदाधिकारियों को लोकसभा चुनाव के जीतने के लिए मंत्र देंगे. इस बार इस बैठक में देशभर से करीब 12 हजार पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.

दिल्ली के रामलीला मैदान में भाजपा का पहली बार इतने बड़े स्तर पर राष्ट्रीय परिषद की बैठक हो रही है. ये दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है. इस बैठक में मंडल स्तर तक के नेताओं को बुलाया गया है. ताकि स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा सके और इसे कार्यकर्ताओं में लागू किया जा सके. बैठक में चुनाव जीतने के तरीकों पर चर्चा होगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं जीतने के गुर सिखाएंगे.

हालांकि बैठक की शुरूआत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के उद्घाटन भाषण से होगी जबकि समापन भाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. संसद से गरीब सवर्णों के लिए दस फीसदी आरक्षण को पारित होने के बाद भाजपा काफी उत्साहित है और उसे लगता है कि नाराज चल रहे सवर्ण को इसके जरिए मनाया जा सकता है. क्योंकि सवर्ण भाजपा का वोट बैंक माना जाता है. 

इस बैठक की खास बात ये है कि भाजपा ने इस बैठक में 12 हजार मंडल स्तर के पदाधिकारियों को बुलाया है. जबकि इससे पहले पांच हजार से अधिक प्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया था. इसका मतलब साफ है पार्टी स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना चाहती है. ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव की घोषणा की जाएगी.

इसलिए भाजपा चुनाव की घोषणा होने से पहले बड़ी बैठक कर चुनावी माहौल तैयार करना जा रही है.तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में हिंदीभाषी राज्यों में मिली हार के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए आने वाले दिनों में कई फैसले ले सकती है. भाजपा नेताओं का मानना है कि अगड़ी जाति के मतदाताओं के आक्रोश का खामियाजा उसे हालिया विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ा. पार्टी ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार पर कानून को मजबूत बनाने जैसे मोदी सरकार के कदमों को जनता के पास लेकर जाएगी. बैठक में पार्टी विस्तार से इस बारे में बात करेगी.