लोकसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मायावती ने कहा कि पार्टी और जनहित को देखते हुए उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। बीएसपी सुप्रीमो ने इस दौरान भाजपा पर भी निशाना भी साधा।  

मायावती ने कहा, 'मैं जब चाहूं लोकसभा का चुनाव जीत सकती हूं। हमारा गठबंधन बेहतर स्थिति में है। मैं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ूंगी। जरूरत पड़ने पर किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकती हूं।' इससे पहले चर्चा थी कि मायावती नगीना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। साल 2014 के चुनाव में एक भी सीट न जीतने और 2017 में बहुत खराब प्रदर्शन के बाद बीएसपी ने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी से हाथ मिला लिया। दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। 

मायावती ने इस दौरान कहा कि मौजूदा हालात के अलावा पार्टी और जनहित को देखते हुए उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। मैं जहां से चाहूं सीट खाली कराकर चुनाव लड़कर संसद जा सकती हूं। मेरे चुनाव लड़ने पर कार्यकर्ता मना करने के बावजूद मेरी लोकसभा सीट पर प्रचार करने जाएंगे, इससे बाकी सीटों पर चुनाव प्रभावित होगा। मैंने इसी वजह से यह फैसला लिया है।' 

यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर एसपी-बीएसपी और आरएलडी गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं। बीएसपी 38, एसपी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर मैदान में उतर रही है। पार्टी ने अमेठी और रायबरेली की कांग्रेस की परंपरागत सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारा है।