नई दिल्ली/लखनऊ।

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने की चर्चाओं के बीच अपने प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। हालांकि कांग्रेस ने उन्हीं क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नाम तय किए हैं इसकी पहले से ही उम्मीद की जा रही थी। इसे गठबंधन के लिए दबाव की राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है और कांग्रेस ने ऐसा कर सपा-बसपा गठबंधन पर दबाव बना दिया है। ताकि अगर गठबंधन होगा भी तो उसे इसमें दोनों दलों के सापेक्ष बराबर सींटें मिलें।

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की 11 सीटों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर अपना पहला चुनावी दांव चल दिया है। कांग्रेस ने पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के रायबरेली से तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने की घोषणा की। इससे बात साफ हो गयी है कि सोनिया सक्रिय राजनीति में रहेंगी। कांग्रेस के इस पहल से अन्य विपक्षी दल काफी सकते में हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों से राज्य में सपा और बसपा गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने की अटकलें लग रही हैं। जबकि जब इन दलों ने जब गठबंधन किया था तो कांग्रेस के लिए उस वक्त महज दो सीटें छोड़ थी।

लेकिन प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के बाद सपा बसपा की मुश्किलें भी बढ़ी हैं। क्योंकि दोनों दलों का मानना है कि कांग्रेस के मजबूत होने से वह कमजोर होंगे और इसलिए सपा और बसपा कांग्रेस को शामिल करने के पक्ष में हैं। सपा बसपा गठबंधन में काग्रेस को महज 90 सीटें देने के पक्ष में थे लेकिन कांग्रेस ने 11 सीटों पर नाम तय कर उनकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस राज्य में बराबर की सीटें चाहती हैं। कांग्रेस ने जिन 9 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम तय किए हैं उसमें सपा बसपा गठबंधन के तहत सपा के खाते में 4 और बसपा के खाते में 5 सीटें हैं। कांग्रेस को राज्य में 2009 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद है। 
 
जानें किसे मिला टिकट

कांग्रेस द्वारा जारी की गयी सूची के मुताबिक अमेठी से राहुल, रायबरेली से सोनिया गांधी, उन्नाव- अनु टंडन, धौरहरा- जितिन प्रसाद, फरुखाबाद- सलमान खुर्शीद, फैजाबाद- निर्मल खत्री, सहारनपुर- इमरान मसूद, बदायूं- सलीम शेरवानी, कुशीनगर- आरपीएन सिंह, अकबरपुर- राजा रामपाल, जालौन से बृजलाल को प्रत्याशी बनाया गया है।