दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर मंगलवार को सचिवालय के बाहर हमला किया गया। आरोपी की पहचान अनिल शर्मा के तौर पर हुई है। वह नारायणा का रहने वाला है। उसके हाथ में मिर्च थी, जिसे उसने केजरीवाल पर फेंकने का प्रयास किया। इस हमले में आम आदमी पार्टी के नेता का चश्मा भी टूट गया। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया।  

दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को इंद्रप्रस्थ पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल पर सीएम चेंबर के बाहर ही एक शख्स ने अचानक मिर्ची पाउडर फेंका। तभी सुरक्षाकर्मियों ने हमला करने वाले युवक को पकड़ लिया। केजरीवाल एक बैठक करके सचिवालय के कमरे से बाहर निकले थे।

केजरीवाल पर हमले का सीसीटीवी फुटेज

उधर, इस हमले के बाद आम आदमी पार्टी और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। आप ने इस हमले के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि भाजपा इन हमलों के पीछे है। पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज और राघव चढ्ढा ने आरोप लगाया गया भाजपा सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के दिन भी सीएम पर हमला करवाना चाहती थी। 

आप ने इसे गंभीर बताते हुए दिल्ली पुलिस की बड़ी नाकामी बताया है। पार्टी के मुताबिक दिल्ली में मुख्यमंत्री भी सुरक्षित नहीं है।

उधर, दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट में कहा कि चुनाव से पहले केजरीवाल अपने ऊपर इस तरह के हमले करवाते हैं। पूर्व में भी जिन्होंने उन पर हमले किए वे सभी बाद में आप में शामिल हो गए। मुझे उनके ट्वीट का इंतजार है, जिसमें वह सचिवालय में हुए हमले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को  जिम्मेदार ठहराएंगे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री पर पहले भी हमले होते रहे हैं। वर्ष 2016 में एक महिला ने केजरीवाल पर स्याही फेंक दी थी। उस समय मुख्यमंत्री दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। 

 2014 में केजरीवाल पर एक ऑटो ड्राइवर ने हमला किया था। तब वह उत्तर पश्चिम दिल्ली के सुल्तानपुरी में प्रचार कर रहे थे। अक्टूबर 2011 में केजरीवाल पर लखनऊ में एक युवक ने चप्पल से हमला किया था। तब वह लखनऊ में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।