केन्द्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जोर का झटका दिया है। आयोग ने उनके करीबी अफसरों के ट्रांसफर कर दिए हैं, इन अफसरों को आयोग ने चुनाव से दूर रखने का आदेश दिया है। इन अफसरों को ममता के नवरत्न माना जाता है। ममता को सबसे बड़ा झटका डायमंड हार्बर जिले में लगा है, जहां ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी दोबारा चुनाव मैदान में हैं। 

चुनाव आयोग ने भाजपा की शिकायत पर पश्चिम बंगाल में कई बड़े अफसरों के ट्रांसफर किए हैं। ये अफसर पुलिस विभाग के अफसर हैं। जिन्हें राज्य में निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए चुनाव से अलग रखा है। क्योंकि भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि ये अफसर चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। असल में इन चारों अफसरों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सबसे करीबी अफसरों में माना जाता है। इन अफसरों में हाल ही में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर बनाए गए अनुज शर्मा का भी नाम शामिल है। शर्मा को राजीव कुमार को हटाने के बाद ममता ने पुलिस कमीशनर नियुक्त किया था।

इस बारे में चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ममता के खास माने वाले अफसरों को चुनाव से संबंधित कोई भी जिम्मेदारी न देने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि जब दो महीने पहले ममता बनर्जी ने आईपीएस अफसर राजीव कुमार के घर पर सीबीआई के छापे के दौरान धरना दिया था तो उस वक्त शर्मा भी वहां पर मौजूद थे। फिलहाल ट्रांसफर किए गए अफसरों में बिधाननगर के पुलिस कमिश्नर ज्ञानवंत सिंह, डायमंड हार्बर के एसपी एस. सेल्वमुरुगन और बीरभूम के एसपी श्याम सिंह को ट्रांसफर कर चुनाव से दूर रखा गया है। आयोग ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एडीजी डॉ. राजेश कुमार को कोलकाता का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है, वहीं एडीजी और आईजीपी (संचालन) नटराजन रमेश बाबू को बिधाननगर का पुलिस कमिश्नर बनाया है।

पुलिस अफसरों को ट्रांसफर किए जाने को ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं वाम दलों भी ममता पर सरकार मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। आयोग ने बिधाननगर के डीसी (हवाई अड्डा संभाग) अवन्नू रवींद्रनाथ को बीरभूम का नया एसपी तो थर्ड बटालियन के डीसी केएपी श्रीहरि पांडे को डायमंड हार्बर का एसपी नियुक्त किया है। डायमंड हार्बर राज्य की वीवीआईपी सीट माना जाती है क्योंकि इस सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे डायमेंड अभिषेक बनर्जी दोबारा चुनाव मैदान में हैं।