प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की टीम द्वारा आज आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी व सीईओ चंदा कोचर और वीडियोकॉन के मालिक के घर ओर दफ्तरों पर छापेमारी  की खबर आ रही है। ये दोनों ईडी के रडार पर थे और सीबीआई पहले ही दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है।

जानकारी के मुताबिक ईडी ने आज सुबह ही चंदा कोचर और वीडियोकॉन के कर्ताधर्ता के घर और दफ्तर पर छापा मारा है। वीडियोकॉन ग्रुप को करोड़ों रुपए देने के मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी व सीईओ चंदा कोचर और वीडियोकॉन के मालिक के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज हो चुका है। ये मामले सीबीआई ने दर्ज किए थे। ईडी के सूत्रों से आ रही खबरों के मुताबिक ये छापेमारी मुंबई और औरंगाबाद में की गयी है। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम ने 15-16 जगहों पर छापेमारी की है। कोचर द्वारा अपने पति को आर्थिक फ़ायदा पहुंचाने के लिए अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगा है।

क्योंकि आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रहते हुए कोचर ने वीडियोकोन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का लोन दिया था। इसके बाद इस लोन एनपीए घोषित कर दिया गया। अभी भी वीडियोकॉन ग्रुप ने इस लोन का करीब 2810 करोड़ रुपए अभी तक नहीं चुकाया है और इसे 2017 में इस लोन को एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग असेट्स) में डाल दिया गया। जानकारी के मुताबिक वीडियोकॉन समूह के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत के कोचर के पति दीपक कोचर के साथ बिजनेस संबंध हैं। क्योंकि वीडियोकॉन ग्रुप को कर्ज देने के बाद चंदा कोचर की कंपनी को कई करोड़ रुपए मिले थे। चंदा कोचर के पति दीपक कोचर पिनैकल एनर्जी ट्रस्ट को चला रहे हैं और इस कंपनी को वीडियोकॉन ग्रुप से पैसा मिला था।

प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में पिछले महीने सीबीआई द्वारा दर्ज शिकायत का संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत प्रवर्तन प्राथमिकी (ईसीआईआर) दाखिल की है। अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं इस ऋण सौदे में की मंजूरी में कथित रिश्वत दी की रकम के शोधन के लिए उसका दागी सम्पत्तियों में निवेश तो नहीं किया गया है। ईडी जल्द ही आरोपियों को सम्मन जारी कर सकता है। इस मामले में सीबीआई ने धूत की कंपनी सुप्रीम एनर्जी और दीपक कोचर के नियंत्रण वाली न्यूपावर रीन्यूएबल पर भी मामला दायर किया गया है। आरोप है कि वीडियोकॉन के प्रमोटर धूत ने बैंक से ऋण मंजूर करवाने के लिए दीपक कोचर को निवेश के जरिए लाभ पहुंचाया।