लोकसभा चुनाव के परिणाम के नतीजों से बिहार में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार का तिलिस्म टूटता नजर आ रहा है। राज्य की 40 सीटों में 38 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही है। लालू परिवार की एक मात्र प्रत्याशी मीसा भारती पाटलीपुत्र में 8 हजार वोटों से पीछे चल रही हैं। चुनाव परिणाम के रूझान में ये बात साफ दिख रही है कि जो लड़ाई लालू परिवार के भीतर चल रही थी, उसका असर इस बार के लोकसभा चुनाव में आसानी से दिखने को मिल सकता है।

बिहार में लोकसभा की 40 सीटें है और इसमें अभी तक 38 सीटों पर बीजेपी और उसके सहयोगी दल ही चुनाव परिणाम के रूझान में आगे चल रहे हैं। राज्य में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती पाटलीपुत्र से चुनाव लड़ रही हैं। जबकि इस परिवार का कोई भी सदस्य लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहा है। अभी तक परिणामों के रूझान में लालू की अगुवाई वाले राजद को कोई बढ़त मिलती नहीं दिख रही है।

बिहार में राजद की अगुवाई में कांग्रेस और राज्य स्तरीय दलों का गठबंधन बना था। लेकिन ये कोई करिश्मा करता नहीं दिख रहा है। जबकि राजद की तरफ से तेजस्वी यादव कमान संभाले हुए थे। लेकिन ज्यादातर रैलियों में तेजस्वी अन्य दलों के नेताओं के साथ कम ही दिखे। जबकि लालू परिवार में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की बीच लड़ाई चल रही है। ऐसा माना जा रहा है कि ये लड़ाई चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद और ज्यादा बढ़ेगी।

क्योंकि तेज प्रताप हार के लिए सीधे तौर हार के लिए तेजस्वी को जिम्मेदार बताएंगे। कुछ दिन पहले ही तेज प्रताप खुद को बिहार का दूसरा लालू प्रसाद यादव घोषित कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी रूझान में कही नहीं दिख रही है। कांग्रेस के प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से बीजेपी के प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद से 50 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं।