जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने नवंबर 2016 में की गई नोटबंदी के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर प्रशंसा की। राज्य में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश के वित्तीय हालात का ओवरहाल हो गया है। 

उन्होंने कहा, 'जो लोग नोटबंदी को लेकर शोर मचाते हैं, उन लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि हमारे पर अपनी सेना के जवानों के लिए हथियार खरीदने तक के पैसों की कमी थी। नोटबंदी के बाद सिस्टम में आए पैसे से सुरक्षा बलों के लिए आधुनिक हथियार खरीदना  मुमकिन हुआ है। इसकी वजह से सरकार ज्यादा जनहित योजनाओं को शुरू कर सकी है।'

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राज्यपाल के इस बयान का समर्थन करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता ने 'माय नेशन' से कहा, मोदी सरकार नोटबंदी के बाद धन के अवैध लेनदेन पर  लगाम कसने में सफल रही है। पहले जिस पैसो को राजनेताओं के रिश्तेदार इस्तेमाल करते थे, आज वह आम लोगों के लिए उपलब्ध है। यह महज एक शुरुआत है। मोदी सरकार देश के दूरदराज के हर गांव का विकास सुनिश्चित करेगी। 

वहीं राज्यपाल ने केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को जम्मू एवं कश्मीर में शुरू करने के फैसले पर कहा, 'वही व्यक्ति इस तरह के फैसले ले सकता है जिसने बीमारियों से गरीबी को मरते देखा हो। प्रधानमंत्री ने यह सब करीब से देखा है।'

वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर केंद्र के दबाव के आरोपों का खंडन किया है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, 'कांग्रेस सरकार पिछले 40-50 साल में यही सब करती रही है। तभी उन्हें ऐसा लगता है। हम न तो राज्यपाल के काम में दखल देते हैं और न कभी देंगे। भाजपा और कांग्रेस में यही अंतर है।'