जम्मू-कश्मीर में सेना के ऑपरेशन ऑलआउट से सकते में आए आतंकवादी संगठनों ने अब आम कश्मीरियों को डराना-धमकाना शुरू कर दिया है। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने रविवार को  4 पोस्टर और एक ऑडियो मैसेज जारी कर उन कश्मीरी लड़कियों को धमकाने का प्रयास किया है जो मजहबी कट्टरता से ऊपर उठकर अपनी जिंदगी जी रही हैं। 

घाटी में यह पहली बार नहीं है कि किसी आतंकी संगठन ने युवाओं को धमकाने के लिए इस तरह के पोस्टर लगाए हों। कुछ महीने पहले हिजबुल मुजाहिदीन ने लड़कियों को हिजाब न पहनने पर जान से मारने की धमकी दी थी।

जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि जब आतंकी संगठन कश्मीरी युवाओं को अपने द्वारा थोपी गई कट्टरता के दायरे से बाहर जाते देखते हैं तो इस तरह की धमकियां देना शुरू कर देते हैं। कश्मीरी युवा अब इन आतंकियों से आजादी चाहते हैं। यही कारण है कि अब आतंकियों ने इन्हें धमकाना शुरू कर दिया है।

हिजबुल मुजाहिदीन ने पोस्टर लगाकर दी गई धमकी में कश्मीर घाटी की पांच लड़कियों से कहा है कि अब उन्हें कोई भी चेतावनी नहीं दी जाएगी।  उर्दू और अंग्रेजी में छापे गए इन चार पोस्टर्स में से एक में कहा गया है कि जब ये लड़कियां स्कूल अथवा अन्य संस्थानों से लौट रही होंगी तो आतंकी इन 5 लड़कियों को सिर पर गोली मार कर मार देंगे। 

खुद को कश्मीरियों का रहनुमा साबित करने की कोशिश में आतंकी संगठन ने ऑडियो मैसेज में यह भी कहा है कि जो भी इस्लाम की बेइज्जती करेगा, उससे बदला लेने का हक इस्लाम ने दिया है। 

इतना ही नहीं आतंकी संगठन ने पुराने समय में शासकों द्वारा लड़कियों को जिंदा दफनाए जाने को भी सही ठहराते हुए कहा है कि जब लड़कियां ऐसा कुछ करेंगी (पढ़ाई या आधुनिक पहनावा) तो उनके साथ ऐसा ही किया जाएगा। यह भी धमकी दी गई है कि वह इन लड़कियों के पते जानकर उन्हें सबक सिखाएंगे।