भारत और श्रीलंका ने उन खबरों को 'आधारहीन और झूठा' बताया है, जिनमें कहा गया था कि भारतीय खुफिया एजेंसी श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना को हत्या करना चाहती थी। 

सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 'विदेश मंत्रालय का ध्यान उन मीडिया रिपोर्टों की ओर दिलाया गया है, जिनमें कहा गया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना को मारने की साजिश में शामिल थी। मंत्रालय साफ करना चाहता है कि इस संबंध में मीडिया में आई रिपोर्टें आधारहीन और झूठी हैं।'

सरकार की ओर से कहा गया है कि भारत और श्रीलंका के संबंध दोनों सरकारों के स्तर पर अपने शीर्ष पर हैं। ये 'काफी मजबूत हैं और इनमें खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान समेत कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है। यह काफी निराश करने वाला है कि राष्ट्रपति के बयान को संदर्भ से अलग कर इस तरह तोड़मरोड़ कर कुछ मीडिया रिपोर्टों में पेश किया गया।'

अधिकारियों के अनुसार, दोनों देशों के बीच करीबी और नियमित वार्ता को जारी रखते हुए राष्ट्रपति सिरीसेना ने इस मुद्दे पर चर्चा की। कोलंबो में भारत के उच्चायुक्त से भी बुधवार को उनकी मुलाकात हुई है।