जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने शोपियां के वेहिल गांव से सरेआम जावेद अहमद डार नाम के एक पुलिस कांस्टेबल को अगवा कर हत्या कर दी है। एक महिने के अंदर यह दूसरी घटना है जब किसी सुरक्षाकर्मी को अगवा कर हत्या कर दी गई है। अपहरण और हत्या की जिम्मेदारी हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने ली है। मारे गए कांस्टेबल जावेद अहमद डार की पोस्टिंग पिछले पांच साल से शोपियां के एसएसपी शैलेंद्र कुमार के साथ थी। जावेद का शव पुलगांव जिले के परीवान से बरामद हुआ है।
दवा लेने के लिए निकले थे जावेद
जावेद ने अपने साथी पुलिसकर्मियों को बताया था की वह अपनी मां के लिये दवा लेने जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनकी मां हज के लिए जाने वाली हैं इस लिए उनको दवा की जरुरत है। घटना के समय वह अपने दोस्तों के साथ थे उसी समय कार में आए चार आतंकवादियों ने हवा में गोली चलाई और जावेद का अपहरण कर लिया। अपहरण के कुछ देर बाद ही आतंकियों ने सोशल मीडिया में जावेद के टॉर्चर की तस्वीर भी अपलोड कर दी। पुलिस पुलिस ने जावेद को तलाश करने के लिए जोरदार अभियान चला रखा लेकिन उन्हे बचाया नहीं जा सका।
जून महिने में हुआ तथा औरंगजेब का अपहरण
आतंकियों ने कुछ दिन पहले ईद की छुट्टी पर घर जा रहे सेना के जवान औरंगजेब का अपहरण कर लिया था और उनकी हत्या कर दी थी। औरंगजेब का शव 14 जून पुलवामा जिले के एक गांव से बरामद हुआ था। औरंगजेब की हत्या के बाद घाटी में लोगों के अंदर काफी गुस्सा था।