पंचकुला— पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की विशेष सीबीआई अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। इससे पहले अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में दोषी करार दिया था।

राम रहीम के साथ तीन और आरोपियों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है।

राम रहीम की सजा को देखते हुए पंचकुला समेत हरियाणा के उन तमाम शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई जहां डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों की संख्या ज्यादा है। सिरसा में कल पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। सिरसा में दो महिला पुलिसबल की कंपनी समेत कुल 12 कंपनियां बाहर से मंगवाई गई हैं।

यहां सीआरपीएफ की 2 टुकड़ियां को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा पंचकुला, फतेहाबाद में सुरक्षा सख्त है। रेप के मामले रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम की फैसले के समय भी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई थी। पिछली बार हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस ने पहले से तैयार थी।

सुनारिया जेल और विशेष सीबीआई अदालत के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने अलर्ट जारी किया है।

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड 16 साल पुराना है। दरअसल, 2002 में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वो लगातार अपने समाचार पत्र में डेरे में होने वाले अनर्थ से जुड़ी ख़बरों को छाप रहे थे। पत्रकार के परिवार ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया था।

उनकी याचिका पर अदालत ने इस हत्याकांड की जांच नवंबर 2003 को सीबीआई के हवाले कर दी थी। 2007 में सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करते हुए डेरा मुखी गुरमीत सिंह राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था।