देहरादून। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जहां कोलकाता में केन्द्र सरकार पर राज्य में फैले कोरोना को लेकर आरोप लगा रही हैं। वहीं हरिद्वार में तीर्थयात्री ममता बनर्जी के खिलाफ बंगाल के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। असल में ये लोग उत्तराखंड आए थे लेकिन लॉकडाउन के कारण वह हरिद्वार में ही फंस गए। हालांकि इन लोगों ने सीएम से उन्हें वहां से निकालने की गुजारिश की। लेकिन सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। जिसके बाद वो सरकार से नाराज होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

जिला पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल के माध्यम से इन फंसे निवासियों ने पश्चिम बंगाल सरकार को प्रार्थन पत्र भेजा गया था और ये लोग प्राथमिकता के आधार पर वापस जाने की अनुमति मांग रहे हैं। हरिद्वार के विष्णु घाट पर, लगभग 450 बंगाली तीर्थयात्री पिछले चालीस दिनों से फंसे हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राज्य में वापस बुलाने की गुजारिश कर रहे हैं। वहीं अभी तक राज्य सरकार इन लोगों को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।

राज्य सरकार द्वारा अभी तक कोई फैसला नहीं लेने के कारण इन लोगों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है। इन लोगों का कहना है कि हम एक तरह से शरणार्थी बन गए हैं क्योंकि हमारी राज्य सरकार हमारे घरों में लौटने की अनुमति नहीं दे रही है। सीएम ममता बनर्जी को हमारी दुर्दशा के बारे में कोई चिंता नहीं है। एक तीर्थयात्री चंद्रिमा चक्रवर्ती ने कहा कि वह तीर्थयात्रा के लिए मार्च में हरिद्वार आई थीं। लेकिन लॉकडाउन के कारण वो फंस गए हैं और तब से वह फंसे हुए हैं। हमारी सरकार हमें अनुमति नहीं दे रही है।