आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में ‘चॉपर पॉलिटिक्स’ शुरू हो गयी है। पश्चिम बंगाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ के चॉपर को रैली स्थल के पास उतारने के लिए मंजूरी नहीं दी। इससे पहले ममता सरकार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के चॉपर को उतरने के लिए मंजूरी नहीं दी थी। लेकिन बाद में एक निजी होटल में उनके चॉपर को उतारा गया। ममता सरकार के इस कदम से राज्य में चॉपर पालिटिक्स शुरू हो गयी है। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पश्चिम बंगाल के बांकुरा और पुरुलिया में दो रैली करने वाले थे। हालांकि ममता सरकार ने रैली की मंजूरी तो थी लेकिन उनके चॉपर को उतरने के लिए मंजूरी नहीं दी। योगी रविवार को ही नहीं बल्कि 5 फरवरी को भी रायगंज और दिनाजपुर जिले के बालूरघाट में रैली करने वाले हैं। लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक उनके हेलीकाप्टर को उतारने की मंजूरी नहीं दी है। उधर भाजपा का आरोप है कि ममता सरकार को डर है कि राज्य की जनता उनके सत्ता से बाहर कर देगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता का असर देखते हुए राज्य सरकार ने हेलीकॉप्टर लैंडिंग की इजाजत तक नहीं दी।

इससे पहले भी राज्य सरकार ने झारग्राम में भाजपा अध्यक्ष के हेलिकॉप्टर को उतारने की इजाजत नहीं दी गई थी। यही नहीं राज्य सरकार ने इससे पहले मालदा में भी अमित शाह के हेलीकाप्टर को उतारने की मंजूरी नहीं दी थी। हालांकि बाद में राज्य सरकार ने उन्हें एक निजी होटल में इसके उतरने के मंजूरी दी थी। अमित शाह ने अपनी रैलियों में राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था। शनिवार को भी राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली थी। जिसमें लाखों की तादात में लोग पहुंचे थे। ठाकुरगंज में प्रधानमंत्री ने कहा था कि भीड़ देखकर समझ आ रहा है कि दीदी हिंसा पर क्यों उतर आई है। अब नरेन्द्र मोदी आगामी 8 फरवरी को दार्जिलिंग या जलपाईगुड़ी में रैली को संबोधित करेंगे।

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अभी तक राज्य सरकार और भाजपा के बीच रैलियों की अनुमति को लेकर काफी विवाद हो चुका है। भाजपा राज्य सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाती है और वह राज्य में हिंदू वोटरों पर केन्द्रीत कर रही है। क्योंकि राज्य में मुस्लिम वोट तीन दलों में बंटेगा, जबकि हिंदू वोट अगर एकजुट होता है तो आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य में सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की सरकार ने अमित शाह को मालदा एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसके लिए राज्य सरकार ने तर्क दिए थे कि एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य जारी है, जिसके कारण इजाजत नहीं दी जा सकती है। लिहाजा राज्य सरकार ने मालदा में एक निजी होटल के पास शाह के हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति दे दी।