पश्चिम बंगाल में बहुचर्चित चिटफंड घोटाला मामले की जांच कर रही सीबीआई और राज्य पुलिस के बीच टकराव से उत्पन्न राजनीतिक स्थिति पर भाजपा ने गंभीर चिंता जताई है। साथ ही पार्टी ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। भाजपा ने पूछा है कि क्या घोटाले की जांच करना अपराध है और क्या कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार कोई ‘राज’ जानते हैं जिसके कारण उनके लिए मुख्यमंत्री धरने पर बैठी हैं।

 केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि सीबीआई का दुरूपयोग किया गया है और मोदी सरकार संघीय ढांचे के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना को भ्रष्टों को बचाने की ढाल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए और जांच एजेंसी ने कानून सम्मत ढंग से काम किया। सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता पर चुटकी लेते हुए भाजपा नेता ने कहा कि यह भ्रष्ट लोगों का गठबंधन है और इसके सिपाही बिहार से उत्तर प्रदेश तक कथित भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रहे हैं और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं ।

प्रसाद ने कहा कि साल 2014 में कांग्रेस ने राहुल गांधी का बयान ट्वीट किया था जिसमें कहा गया था कि पश्चिम बंगाल में चिटफंड घोटाला मामले में 20 लाख लोगों को धन का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि हमने 26 मई 2014 को शपथ ली, ऐसे में इन घोटालों की जांच शुरू हो चुकी थी।

प्रसाद ने सवाल किया, ‘क्या घोटालों की जांच करना अपराध है।’ विपक्षी दलों की लामबंदी को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि यह कोई गठबंधन नहीं है, हम इसे अवसरवादी गठबंधन कहते हैं ।

सीबीआई और राज्य पुलिस में टकराव से उत्पन्न स्थिति को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि एक पुलिस आयुक्त राजनीतिक नेताओं के साथ धरने पर बैठा है। इसका क्या अर्थ है? प्रसाद ने कहा, ‘इस तरह से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठकर अरविंद केजरीवाल का अनुसरण कर रही हैं।’ केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि आयुक्त स्तर के लोक सेवक का धरने पर बैठना अभूतपूर्व है। उन्होंने पूछा कि यह क्या हो रहा है ? उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में सीबीआई और पुलिस के बीच गतिरोध के मुद्दे पर लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।

चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ के प्रयास के बाद केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी रविवार शाम को कोलकाता में धरने पर बैठ गईं। सीबीआई की एक टीम रविवार को मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंची थी लेकिन वहां तैनात कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और उन्हें थाने ले गए। सीबीआई कुमार से लापता दस्तावेज और फाइलों के बारे में पूछताछ करना चाहती थी।