बहुजन समाज पार्टी ने राज्य में गठबंधन के अपनी सहयोगी समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दिया है। मायावती ने टिकट वितरण में एसपी को एक नहीं बल्कि दो सीटों पर झटका दिया है। मायावती ने जौनपुर से अपना प्रत्याशी उतार दिया है जबकि माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई को टिकट देकर अखिलेश की माफियाओं को टिकट न देने की मांग को दरकिनार किया है।

मायावती ने आज अपने लोकसभा चुनाव के लिए 16 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। इस घोषणा में सबसे बड़ा झटका उसने अपनी सहयोगी एसपी को दिया है। क्योंकि एसपी जौनपुर सीट से अपना प्रत्याशी उतारना चाहती थी, लेकिन बीएसपी ने यहां से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। एसपी चाहती थी कि बीएसपी यहां से अपना प्रत्याशी न उतारे और वह इस सीट के बदले बलिया की सीट बीएसपी को देने को तैयार थी। लेकिन मायावती ने एसपी प्रमुख की इस मांग को कोई तवज्जो नहीं दी।

एसपी प्रमुख अखिलेश यादव यहां से अपने चचेरे भाई तेज प्रताप यादव को टिकट देना चाहते थे, क्योंकि तेज प्रताप मैनपुरी से टिकट काटे जाने से नाराज हैं। एसपी प्रमुख ने मैनपुरी से टिकट अपने पिता मुलायम सिंह यादव को दिया है। यही नहीं यहां से एसपी के दिग्गज नेता पारसनाथ यादव भी चुनाव लड़ना चाहते थे। आज बीएसपी ने जिन 16 सीटों के नामों का ऐलान किया है उसमें बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी का भी नाम है। एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने कभी अंसारी बंधुओं को पार्टी में लेने से मना कर दिया था और वह माफियाओं को टिकट देने के पक्ष में नहीं थे।

हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव के बाद अंसारी बंधुओं में एसपी में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन अखिलेश यादव ने मना कर दिया और फिर अंसारी बंधु बीएसपी में चले गए थे। फिलहाल आज बीएसपी ने सुल्तानपुर सीट से चंद्रभान सिंह को टिकट दिया है जबकि प्रतापगढ़ से अशोक कुमार त्रिपाठी, अंबेडकरनगर से रितेश पाण्डेय, श्रावस्ती से रामशिरोमणि वर्मा, डूमरियागंज सीट से आफताब आलम, बस्ती से राम प्रसाद चौधरी, संतकबीरनगर से भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी, देवरिया से बिनोद कुमार जायसवाल, बांसगांव से सदल प्रसाद, लालगंज से संगीता, घोसी से अतुल राय, सलेमपुर से आरएस कुशवाहा, जौनपुर से श्याम सिंह यादव, मछली शहर से टी. राम, भदोही से रंगनाथ मिश्रा और गाजीपुर से बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को चुनाव मैदान में उतारा गया है।