नई दिल्ली--प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के बेहतरी के लिए 12 बड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिनका काफी असर दिख रहा है। पीएम ने इन उद्यमों के लिए एक घंटे से भी कम वक्त में एक करोड़ रुपये तक के लोन की योजना का भी ऐलान किया।

उन्होंने ईज ऑफ डूइंग बिजनस रैकिंग में भारत की उछाल की तारीफ करते हुए इसे अविश्वसनीय बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से भारत सरकार के कई मंत्रालय मिलकर इन फैसलों तक पहुंचने में जुटे हुए थे। हम अच्छी तरह से जानते हैं कि एमएसएमई या छोटे उद्योग हमारे देश में करोड़ों देशवासियों की रोजी-रोटी का साधन हैं, अर्थव्यवस्था में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एमएसएमई कृषि के बाद रोज़गार देने वाला दूसरा सबसे बड़ा उद्योग है। खेती अगर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है तो एमएसएमई उसके मज़बूत कदम हैं, जो देश की प्रगति को गति देने का काम करते हैं।

उन्होंने कहा कि कहीं दूर, देश के किसी कोने में बैठे उद्यमी को मात्र 59 मिनट में एक करोड़ रुपये तक के कर्ज की मंजूरी इस वक्त भी दी जा रही है। जीएसटी पंजीकृत हर एमएसएमई को एक करोड़ रुपये तक के नए कर्ज या इन्‍क्रीमेंटल लोन की रकम पर ब्याज में 2 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

एमएसएमई की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस सेक्टर की वजह से भारत एक इकनॉमिक पावरहाउस बन चुका है। बता दें कि यह आउटरीच प्रोग्राम 100 दिनों तक चलेगा और इसके तहत देशभर के 100 जिलों को कवर किया जाएगा। 

इस मौके पर वित्त मंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे। अरुण जेटली ने कहा कि इतिहास में पहली बार भारत दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ने वाला देश बन गया है। जब केंद्र में बीजेपी की सरकार आई थी तो देश की अर्थव्यवस्था 9वें नंबर पर थी अब 6ठे नंबर पर आ गई है। उम्मीद है कि देश की अर्थव्यवस्था आगे और अच्छी होगी।