गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष पर केंद्र सरकार ने पंजाब पर तोहफों की बारिश की है। गुरु नानक जयंती से एक दिन पहले केंद्र ने करतारपुर कॉरिडोर को हरी झंडी दे दी है। यह सिखों की लंबे वक्त से चली आर रही मांग थी। अब पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर गलियारे का विकास किया जाएगा। इसका मकसद पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर स्थित गुरूद्वारा दरबार साहिब जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करना है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्ष में कैबिनेट की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। यह सिखों के पहले गुरु नानक देवजी की 550वीं जयंती को मनाने से संबंधित है। इस फैसले की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट का पूरा खर्च उठाएगी।

जेटली ने कहा, 'गुरुनानक देवजी ने करतारपुर साहब में अपने जीवन के 18 साल लगाए। यह पाकिस्तान की सीमा से कुछ किलोमीटर अंदर है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। अभी भारत की सीमा पर खड़े होकर दर्शन की सुविधा है। कैबिनेट ने फैसला किया है कि गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक से लेकर सीमा तक करतारपुर कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह वैसा ही होगा, जैसे कोई बहुत बड़ा धार्मिक स्थल होता है। यह 3 किलोमीटर का होगा।' 

इस संबंध में पाकिस्तान से बात होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम अपनी तरफ से जोर-शोर से इसकी तैयारी करेंगे, लेकिन पड़ोसी मुल्क क्या करता है, यह पूरी तरह उनके कार्यक्षेत्र में है। 

सरकार ने सुल्तानपुर लोधी को हैरिटेज टाउन बनाने का फैसला किया है। सुल्तानपुर लोदी गुरुनानक देवजी के जन्म से  जुड़ा है। इसे स्मार्ट सिटी की तर्ज पर ही विकसित किया जाएगा। इसके अलावा एक हैरिटेज कॉम्पलेक्स भी बनेगा, जिसका नाम होगा 'पिंड बाबा नानक दा।' इसके अलावा पंजाब में सेंटर फॉर इंटरफेथ स्टडीज भी बनाया जाएगा, जिसकी चेयर कनाडा और ब्रिटेन में भी होंगी। गुरुनानक की जयंती सभी राज्यों और भारतीय दूतावासों में कार्यक्रम होंगे।

उधर, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि एक महत्वपूर्ण निर्णय में कैबिनेट ने गुरदासपुर से अंततराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर कॉरिडोर के विकास को मंजूरी प्रदान कर दी। करतारपुर कॉरिडोर परियोजना में केंद्र सरकार के वित्त पोषण से सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इस संबंध में पाकिस्तान से भी उसके इलाकों में उपयुक्त सुविधाओं से लैस कॉरिडोर के विकास का आग्रह किया जाएगा। 

सिद्धू के पाक दौरे में आया था करतारपुर कॉरिडोर 

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू कुछ समय पहले पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में इस्लामाबाद गए थे। वहां सिद्धू के पाक सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा को गले लगाने से विवाद खड़ा हो गया था। इसकी सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि जब जनरल बाजपा ने गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाशोत्‍सव पर पाकिस्तान की ओर से करतारपुर साहिब मार्ग खोलने पर विचार करने की बात कही, तो मैंने उन्हें गले लगा लिया।  

सीएम कैप्टन अमरिंदर ने लिखा था सुषमा को पत्र

हाल ही में, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी करतारपुर साहिब मार्ग खुलवाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखा था। उन्होंने लिखा कि करतारपुर साहिब सिखों की आस्था से जुड़ा है, इसलिए इस मार्ग को खोलने के लिए पाकिस्तान से बात की जाए।