नई दिल्ली।  जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाया हुआ है और भारत के बहादुर सुरक्षा बल इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के तर्ज पर काम कर बिलों में छिपे आतंकियों को बाहर निकाल रहे हैं। घाटी में सुरक्षा बलों के अभियान से आतंकियों में भय है और पाकिस्तान में बैठे उनके आका बौखला गए हैं। राज्य में पिछले एक साल के दौरान कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाए गए हैं इसमें से 93 में सुरक्षा बलों को सफलता मिली है। राज्य में सुरक्षा बल इलाके को घेरकर सघन जांच व कार्रवाई कर रहे हैं और आतंकियों को जहन्नूम पहुंचा रहे हैं। 

असल में आतंकी खुद को बचाने के लिए कई बार सघन आबादी में घुस रहे हैं और इसके कारण ऑपरेशन मुश्किल होते हैं। लेकिन भारतीय सुरक्षा बल आम लोगों को बचाते हुए इन आतंकियों को ढेर कर रहे हैं।  राज्य में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस कड़ी मेहनत से इन आतंकियों के सफाए में जुटे ही और इसके लिए सुरक्षा बलों ने इन आतंकियों के स्थानीय नेटवर्क को तोड़ा है। जिसके बाद सुरक्षा बलों आतंकियों को खत्म करने में सफलता मिली है। असल में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को लॉजिस्टिक उपलब्ध कराने वाले और पनाह देने वालों पर नजर रखनी शुरू कर दी है और इसके बाद आतंकियों को स्थानीय स्तर पर सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है।

वहीं राज्य में आतंकी गुट इस कोशिश में है कि वह कोई बड़ा हमला करे और इसके प्रेरित होकर युवा आतंकी की तरफ मुड़ सकें। लेकिन आतंकियों की ये मंशा पूरी नहीं हो पा रही है। राज्य में सुरक्षा बल सजग हैं और इसके कारण आतंकी  अपने मसूंबों को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं और वहीं दूसरी तरफ ताबड़तोड़ ऑपरेशन जारी हैं, जिसके कारण मुठभेड़ में आतंकी मारे जा रहे हैं। माना जा रहा है कि राज्य में अब आतंकियों की संख्या को 200 के करीब पहुंच गई है जबकि आतंकी मुल्क पाकिस्तान 350-400 की मौजूदगी राज्य में चाहता है और इसके लिए साजिश कर रहा है।