केन्द्र में फिर से बीजेपी की अगुवाई में बन रही नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के जरिए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को बड़ा झटका दिया है। नरेन्द्र मोदी ने इस बार शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान को फिलहाल आमंत्रित नहीं किया है। हालांकि नरेन्द्र मोदी ने कई विदेशी राष्ट्राध्यक्षों और वहां के नेताओं को आंमत्रित किया है। लेकिन इसमें इमरान खान शामिल नहीं हैं।

दो दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी को बधाई दी थी। लेकिन पीएम मोदी ने इमरान खान से साफ कहा कि वह पहले आतंकवाद पर लगाम लगाएं। वहीं जब नरेन्द्र मोदी ने 2014 में पीएम के पद के लिए शपथ ली थी, तब उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ को बुलाया था और वह आये भी थे।

लेकिन पाकिस्तान ने उसके बाद भी भारत के खिलाफ आतंकी हमलों को जारी रखा। फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रूख अपनाया है और पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया है। लिहाजा अब पाकिस्तान भारत से बातचीत की दुहाई दे रहा है।
लेकिन बार फिर केन्द्र में बन रही बीजेपी सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए बिम्सटेक समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है। बिम्सटेक में भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। इसके साथ ही शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वर्तमान अध्यक्ष एवं किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मारीशस के प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है।

फिलहाल नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के साथ ही मालदीव को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। क्योंकि पाकिस्तान के साथ ही मालदीव भी विम्सटेक का सदस्य नहीं है। गौरतलब है कि 2016 से सार्क देशों की बैठक नहीं हो पायी है। लिहाजा भारत और अन्य देशों ने बिम्सटेक को बढ़ावा दिया है।  

पाकिस्तान के आतंकियों ने उरी में 2016 में आतंकी हमले को अंजाम दिया था और उस वक्त ये सम्मेलन रद्द हो गया था। लेकिन उसके बाद सार्क देशों का कोई सम्मेलन नहीं हो पाया है। जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। वह विदेशी दौरे पर हैं। हालांकि उनके प्रतिनिधि ए.के.एम मुजामिल हक इसमें हिस्सा लेंगे।