राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी एनसीपीसीआर ने उस वायरल वीडियो का कड़ा संज्ञान लिया है, जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सामने कुछ बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द कह रहे हैं। 

आयोग को एक चुनाव अभियान के दौरान कथित तौर पर बच्चों को इस्तेमाल किए जाने के संबंध में एक लिखित शिकायत मिली थी। इसके बाद बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले निकाय ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि किसी भी राजनीतिक दल अथवा राजनेता द्वारा अपने चुनावी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए बच्चों का उपयोग न किया जाए। आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए।

एनसीपीसीआर ने बॉम्बे हाईकोर्ट के 2014 के उस निर्देश का भी हवाला दिया है जिसमें कहा गया था कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करे कि राजनीतिक दल किसी भी चुनाव अभियान के दौरान बच्चों का इस्तेमाल न कर सकें।

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें कुछ बच्चे 'चौकीदार चोर है' के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। उसके सामने खड़ी कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की प्रभारी प्रियंका गांधी इन नारों से काफी खुश नजर आ रही हैं। यह कांग्रेस पार्टी का लोकसभा चुनाव 2019 में एक प्रमुख नारा है। पार्टी प्रधानमंत्री पर हमला करने के लिए इस नारे का इस्तेमाल कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद को देश का माल चोरी करने वालों के खिलाफ खड़ा 'चौकीदार' कहते रहे हैं। 

हालांकि वीडियो का अगला हिस्सा काफी विवादित है। इसमें बच्चे पीएम मोदी के लिए असंसदीय शब्द भी कह रहे हैं। हालांकि वीडियो में प्रियंका उन्हें ऐसा कहने से रोकती दिख रही हैं, लेकिन उनका रोकना सांकेतिक सा नजर आ रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कई लोगों ने कांग्रेस नेताओं के व्यवहार की आलोचना की है। सोशल मीडिया पर इस तरह बच्चों को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए पार्टी की आलोचना हो रही है। 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, सोचिए एक प्रधानमंत्री को कितना कुछ सहना पड़ता है। क्या इससे लुटियंस में गुस्सा दिखाई दिया?