छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे को प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि भारत कोई ‘धर्मशाला’ नहीं है, जहां विदेशी घुसपैठ करते रहें। 

रमन सिंह ने दुर्ग जिले में कहा,‘जो अपने राष्ट्रीयता साबित नहीं कर सकते उन्हें देश से चले जाना चाहिए। इस मुद्दे को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है। क्या यह देश कोई धर्मशाला है जहां विदेशी घुसपैठ करते रहेंगे।’ 

उन्होंने कहा,‘कोई भी यहां आता है और रहना शुरू कर देता है। उन्हें बाहर किया जाना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए इस तरह के लोगों को असम में चिन्हित किया गया है।’

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘इन 40 लाख लोगों को (जिन्हें एनआरसी से बाहर रखा गया है) जो बाहर से आये है, उन्हें या तो अपनी राष्ट्रीयता साबित करनी चाहिए या फिर वहीं चले जाना चाहिए जहां से वे आये हैं.’’

उन्होंने कहा, यह कवायद असम के युवाओं के आठ साल लंबे प्रदर्शनों का परिणाम है। रमन सिंह ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के शासनकाल में इसके लिए कमेटी गठित की थी। आज, इस मामले पर बरगलाया जा रहा है।'