राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने खुफिया ब्यूरो और पंजाब के खुफिया तंत्र के अधिकारियों के साथ अमृतसर में हुए ग्रेनेड हमले की जांच में हुई प्रगति की मंगलवार को समीक्षा की। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।

अधिकारियों के अनुसार, इस बैठक में आईबी, पंजाब पुलिस के अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने जांच में हुई प्रगति का ब्यौरा एनएसए को दिया। इसमें हमले के लिए विदेश से हुई फंडिंग की जानकारी भी शामिल है। 

केंद्र सरकार ब्रिटेन और कनाडा में सिख चरमपंथी तत्वों के मामलों को देख रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जल्द ही केंद्र और राज्य की एजेंसियों के बीच समन्वय की समीक्षा भी करने वाले हैं। 

हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने एक संसदीय पैनल को बताया था कि भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सिख युवाओं को प्रशिक्षण दिया है। साथ ही कनाडा और दूसरे देशों में बसे सिख समुदाय को झूठे और मनगड़ंत प्रोपेगैंडा के जरिये बरगलाने का प्रयास हो रहा है। 

इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन आईएसआई के दबाव में हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पंजाब ही नहीं देश के दूसरे हिस्सों में भी हमलों की साजिश रच रही है। दुष्प्रचार की मदद से यूरोप, अमेरिका और कनाडा में रहने वाले सिख युवाओं को भारत के खिलाफ बरगलाया जा रहा है। केंद्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसियां हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। दोनों  जरूरत पड़ने पर उचित कानूनी कदम उठा रही हैं। 

केंद्रीय एजेंसियों की मदद से पंजाब में पिछले 18 महीने में ऐसे 15 मॉड्यूल को खत्म किया गया है। कुछ मामलों में कश्मीरी आतंकी समूहों का लिंक भी निकलकर सामने आया है। जालंधर के एक प्रबंधन संस्थान के हॉस्टल से कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी और मकसूदन पुलिस स्टेशन ग्रेनेड ब्लास्ट केस को इससे जोड़कर देखा जा रहा है।