पाकिस्तान में तैनात भारतीय राजनयिकों को कई तरह से परेशान किया जा रहा है। कई वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों की इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। उन्हें नए गैस कनेक्शन भी नहीं दिए जा रहे हैं। सुरक्षा में कमी के चलते दिसंबर की शुरुआत में एक अनजान व्यक्ति भारतीय अफसर के घर में घुस आया था। जिसकी वजह से भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। 

पाकिस्तान की बदनाम खुफिया संस्था आईएसआई के जासूर हर जगह भारतीय राजनयिकों का पीछा करते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं भारतीय राजनयिकों से मिलने आने वाले मेहमानों को भी परेशान किया जा रहा है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई एजेंट्स सवाल-जवाब के बहाने उन्हें धमकियां देने पर उतारु हो गए हैं। 

पाकिस्तान सरकार पहले भी अपनी नाकामियों का गुस्सा भारतीय राजनयिकों पर निकालती रही है। लेकिन इमरान खान के पीएम बनने के बाद सारी हदें पार की जा रही हैं। 

इस साल नवंबर में भारतीय राजनयिकों पर करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था। जून में भारतीय अधिकारियों को गुरुद्वारा पंजा साहिब जाने से रोका गया था। 

दरअसल इमरान खान सेना और आईएसआई के समर्थन से ही प्रधानमंत्री बन पाए हैं। इसलिए इन दोनों पर उनकी सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं।