नई दिल्ली-- केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष वी के सिंह ने गुरुवार को 2012 में यूपीए-20 के कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर तख्तापलट के प्रयास की झूठी खबरों को छपवाने के मामले में प्रधानमंत्री से उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। विदेश राज्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘भारतीय सेना देश से प्यार करती है और कभी भी उसके खिलाफ नहीं जा सकती।’’ 

सिंह की प्रतिक्रिया उस हालिया मीडिया रिपोर्ट के बाद आई जिसमें आरोप लगाया गया है कि यूपीए-2 के दौरान कुछ नेताओं ने एक झूठी कहानी स्थापित करने की कोशिश की कि वर्ष 2011-12 में सेना तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार का तख्ता पलटने की कोशिश कर रही थी। उस वक्त सेनाध्यक्ष वी के सिंह ही थे। 

अपने आवास पर यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है जिससे यूपीए-2 के प्रमुख नेताओं के नाम सामने आ सकें।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि मामले की सर्वोच्च स्तर पर व्यापक जांच कराई जाए जिससे उन लोगों का पर्दाफाश हो जिन्होंने देश के खिलाफ देशद्रोह किया था।’’ 

वीके सिंह ने कहा कि उन्होंने 2012 में भी मामला उठाया था जब उन्होंने ‘तख्तापलट’ को लेकर उठ रहे सवालों के बारे में गृह मंत्रालय को लिखा था और जोर देकर कहा था कि जिन लोगों ने ऐसी अफवाहें फैलाई थीं उन पर देशद्रोह का आरोप लगना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘उस समय (2012 में), मैंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि भारतीय सेना कभी भी कोई असंवैधानिक काम नहीं करेगी। तत्कालीन रक्षा मंत्री (ए के एंटनी) ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त किये थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप सशस्त्र बलों पर इस तरह के आरोप नहीं लगा सकते। मैंने 2012 में गृह मंत्रालय को लिखा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब यह खुलासा हुआ है।’’

तख्ता पलट को लेकर जिस समय खबर द इंडियन एक्सप्रेस में छपी थी उस समय के सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह कहा कि, 'मैंने बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा था कि यह उजागर करने के लिए उच्चतम स्तर पर जांच की आवश्यकता है लोग, जिन्होंने देश के खिलाफ देशद्रोह किया है। '