छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान चल रहा है। वहीं दूसरे चरण के लिए गहमागहमी जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिलासपुर में रैली की। उन्होंने नोटबंदी का जिक्र करते हुए पूरे गांधी परिवार को अपने निशाने पर लिया। 
उन्होंने कहा कि ‘जो मां-बेटे रुपयों की हेराफेरी में जमानत पर घूम रहे हैं, वह क्या मोदी को प्रमाण पत्र देंगे। नोटबंदी की वजह से फर्जी कंपनियां पकड़ी गईं, उसी वजह से इनको जमानत पर निकलना पड़ा’। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, 'लोग मुझे पूछते हैं सरकारें पहले भी थीं, पर आप पहले की तुलना में इतना ज्यादा काम कैसे कर पा रहे हैं। इतने रुपये लाते कहां से हो? कई लोगों को लगता है मोदी रुपये लाता कहां से है। ये रुपये आपके ही हैं। पहले ये रुपये किसी के बिस्तर के नीचे छिपे हुए थे। किसी के बोरे में भरे हुए थे। किसी की अलमारी में थे। नोटबंदी के कारण सबको बाहर आना पड़ा है। मेरी सरकार इन रुपयों को आपके लिए खर्च करने में पूरी ताकत से जुटी हुई है। इस देश में शक्ति की कमी नहीं है, इस देश में संकल्प की कमी नहीं है...लेकिन रुपये कहीं न कहीं चले जाते थे। कांग्रेस के ही एक प्रधानमंत्री, तीसरी पीढ़ी के प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) ने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है पंद्रह पैसा पहुंचता है। यह कौन सा पंजा था जो 85 पैसा मार लेता था। यह कौन सा पंजा था, जो 15 पैसा बना देता था। नोटबंदी के बाद यह पैसा निकला है।' 


अपने चुनावी भाषण में प्रधानमंत्री ने कहगा कि 'जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिन्हें भ्रष्टाचार के अलावा कोई काम करना आता नहीं है...हमें विकास की राह पर जाना है। कभी स्वच्छ भारत का मजाक उड़ाना, कभी टूरिज्म का मजाक उड़ाना। हमारा उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, किसानों को सिंचाई, बुजुर्गों को दवाई है, इन सबका पूरा प्रबंध होना चाहिए।' नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में बार-बार भारतीय जनता पार्टी को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। इसका एक कारण जनता जनार्दन और संगठन के कार्यकर्ताओं की मजबूत कड़ी है’। 

मोदी ने कहा, 'काले सोने पर बैठी हुई छत्तीसगढ़ की सपनों की इमारत, मैं कल्पना कर सकता हूं कि यहां के ऊर्जावान नौजवान इस काले सोने के द्वारा न सिर्फ छत्तीसगढ़ को ऊर्जा भी दे रहे हैं और रोशनी भी दे रहे हैं। यह कमाल इस धरती ने करके दिखाया है। छत्तीसगढ़ संत परंपरा की भूमि है। घासीदास जी की भूमि है। यह सतनाम परंपरा की जन्मस्थली है।' इस दौरान पीएम मोदी ने संत कबीर दास की भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'मैं तो काशी से सांसद हूं।' 

प्रधानमंत्री ने बिलासपुर में कहा, 'लोकतंत्र में मतदान करना सबसे बड़ा उत्सव होता है। मुझे विश्वास है कि बम, बंदूक और पिस्टल का दम दिखाने वालों को जनता जवाब देगी। लोग अधिकतम मतदान करेंगे। इस बार छत्तीसगढ़ में मतदान करके नया रेकॉर्ड बनना चाहिए। यह संदेश जाना चाहिए कि पहले मतदान फिर जलपान। इस बार पुरुष और महिलाओं के बीच मतदान के लिए स्पर्धा होनी चाहिए।' 

मोदी ने विपक्ष पर करारा वार किया और कहा, 'विरोधियों को समझ नहीं आ रहा है कि मुकाबला कैसे करें। मैं विरोधियों से पूछना चाहता हूं कि जब छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा था तो एमपी भी बीमारू में गिना जाता था। 40-50 साल आपने राज किया था, ऐसी दुर्दशा क्यों की थी। छत्तीसगढ़ नया बनने के बावजूद यदि उनके पास रहता तो आज जैसा छत्तीसगढ़ नहीं मिलता। उनकी राजनीति एक परिवार से शुरू होती है और उसी परिवार में पूरी होती है।' 

पीएम ने जनसभा के दौरान कहा कि बीजेपी का एक ही मंत्र विकास...विकास और विकास है। उन्होंने कहा, 'न ही कांग्रेस को कभी ऐसा नेतृत्व मिला है जो देश की भलाई के लिए जीने-मरने के लिए काम करे। कांग्रेस ने अभी अपना संकल्प पत्र निकाला है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए 36 प्वाइंट निकाले हैं। घोषणा पत्र को सभी अखबार वालों ने नोटिस किया। घोषणा पत्र जारी करते समय नामदार को डेढ़ सौ सर, सर, सर कहा गया। हमने 26 लाख परिवारों को सिर्फ छत्तीसगढ़ में गैस कनेक्शन दिया है। यही नहीं, बिलासपुर में डेढ़ लाख परिवारों को गैस कनेक्शन दे चुके हैं।' 

मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी की सरकारें थीं उस समय जिस रफ्तार से घर बनते थे। हमने चार साल में जितने घर बनाए हैं यदि उस रफ्तार से कांग्रेस सरकार में काम होता तो तीस साल लग जाते। कल्पना कीजिए कि तीस साल लगते तो गरीब के बेटे के बेटे की भी शादी हो गई होती। 6 लाख से अधिक घर छत्तीसगढ़ में गरीब परिवारों को मिले हैं’। 

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर बांटने की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि 'जातिवाद का जहर कितना ही लोगों में डालने की कोशिश करें लेकिन आज हिंदुस्तान का गरीब से गरीब भी जाग गया है। वह अपनी संतानों को गरीबी और अशिक्षा देकर नहीं जाना चाहता है। उन सपनों को साकार करने के लिए हम लोग संकल्प लेकर निकले हैं। आज छत्तीसगढ़ के किसी भी कोने में जाइए आपको कहीं न कहीं विकास का काम होता नजर आएगा। हमारे पास विकास का मजबूत इतिहास है। हर तराजू से तौला जा सकता है। विकास की ताकत यह है कि आज उज्जवल भविष्य का विकास पैदा हुआ है।'