लखनऊ। राजधानी लखनऊ के शहीद पथ के पास स्थित करोड़ों की जमीन पर दो दिन पूर्व हुए कब्जे के विवाद में पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पूर्व मंत्री बलराम यादव के बेटे विजय सिंह यादव ने पूर्व डीजीपी समेत करीब पांच दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ गोसाईंगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

गौरतलब है कि मंगलवार को ही पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव दलबल के साथ हरिहरपुर गांव में शहीदपथ के पास जमीन पर कब्जा करने पहुंचे थे। हालांकि इस जमीन को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है और दोनों पक्ष इस जमीन पर अपने अपने दावे कर रहे हैं। ये जमीन पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की जमीन थी।

दोनों पक्ष सड़क से लगी जमीन पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैं। जगमोहन यादव मंगलवार को करीब पांच दर्जन अज्ञात असलहाधारी लोगों के साथ ट्रैक्टर-ट्राली से वहां पहुंचे और जमीन पर कब्जा करने के लिए वहां पर निर्माण कराने लगे।

इस बात की खबर जब दूसरे पक्ष के विजय यादव को लगी तो वह भी अपने समर्थकों और ग्रामीणों के साथ वहां पहुंच गए। इसके बाद वहां पर जमकर बवाल हुआ और मामला बढ़ता देख पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके बाद एसडीएम और सीओ भी पहुंचे। एसडीएम चंदन पटेल ने पैमाइश के निर्देश दिये थे।

फिलहाल पूर्व डीजीपी का मामला होने के कारण पुलिस इस मामले को हल्के में ले रही थी। लेकिन कल डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस कर्मियों को दिए थे। जिसके बाद पूर्व मंत्री के बेटे विजय यादव ने पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव व करीब पांच दर्जन अज्ञात के खिलाफ बलवा, धोखाधड़ी, कब्जे का प्रयास, गाली-गलौज व धमकी समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।

आरोप है कि पूर्व डीजीपी अपने पद का दुरुपयोग कर अंसल एपीआई से सम्पत्ति की वास्तविक मूल्य से भी कम कीमत दिखाकर अपने लोगों के नाम पर फर्जी बैनामा कराकर सम्पत्ति हासिल करना चाहते हैं।