कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी प्रयागराज से अपनी राजनैतिक यात्रा की शुरूआत कर रही हैं। प्रियंका ने आज प्रयागराज में हनुमान मंदिर में दर्शनकर गंगा की पूजा अर्चना की। जबकि प्रियंका ने प्रयागराज में हुए कुंभ से दूरी बनाई। प्रियंका प्रयागराज से बनारस तक नाव से यात्रा करेंगी।

प्रयागराज में एक महीने से ज्यादा कुंभ का आयोजन चला और इस कुंभ में करीब 25 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। कुंभ में न तो राहुल गांधी गए और न ही प्रियंका गांधी ने स्नान किया। प्रियंका ने पूरी तरह से कुंभ से दूरी बनाकर रखी। जबकि पहले ये कहा जा रहा था कि प्रियंका कुंभ में स्नान करेंगी। असल में प्रियंका और कांग्रेस को उम्मीद थी कि राज्य के मुस्लिम वोटों का झुकाव कांग्रेस की तरफ होगा। इसी कारण प्रियंका ने सबसे पहली बैठक मुस्लिम नेताओं के साथ की। कांग्रेस ये भी कयास लगा रही थी कि सपा और बसपा गठबंधन में उसे जगह मिलेगी।

लेकिन सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं मिली। लिहाजा अब कांग्रेस फिर से हिंदू वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रही है। आज प्रियंका गांधी ने प्रयागराज में हनुमान मंदिर में आरती कर पूजा अर्चना की और उसके बाद प्रियंका गांधी ने गंगा पूजन भी किया। प्रियंका प्रयागराज की पहली यात्रा में जनता के बीच पहुंची और उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ा। ऐसा कहा जा रहा है कि प्रियंका प्रयागराज से वाराणसी तक तीन दिवसीय गंगायात्रा करेंगी। इस बीच वह इन इलाकों में पड़ने वाले संसदीय सीटों के नेताओं, और पार्टी के उम्मीदवार से भी मिलेंगी। प्रियंका 20 मार्च को यात्रा वाराणसी पहुंचेगी।

इसके साथ ही प्रियंका मांडा से सड़क मार्ग से महेवा-डेमूपुर होकर अतिथिगृह में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए महेश यादव के परिजनों से मिलेंगी। फिलहाल प्रियंका का पूर्वांचल दौरा कांग्रेस में नई जान फूंकने के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि राज्य में कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है और पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 2 सीटें जीती थी।