जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के अब तक 40 जवान शहीद। इसके अलावा कई जवान घायल हैं. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। हमलावर ने आईईडी भरी एक कार की मदद से काफिले को निशाना बनाया। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। 

सूत्रों के अनुसार, काफिले से टकराई कार के ड्राइवर की पहचान आदिल अहमद दार के रूप में हुई है। वह पुलवामा के काकापोरा के गुंडीबाग का रहना वाला है। आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था। 

इस हमले में अपनी जान न्योछावार करने वाले 40 शहीद जवानों में से सबसे ज्यादा 12 जवान उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इस के अलावा इस हमले में दो जवान बिहार के और तीन जवान राजस्थान के रहने वाले हैं। 

पुलवामा में हुए आंतकी हमले में उत्तर प्रदेश के जो 12 जवान शहीद हुए हैं उसमें  चंदौली के शहीद अवधेश कुमार, इलाहाबाद के शहीद महेश कुमार, शामली के शहीद प्रदीप, वाराणसी के शहीद रमेश यादव, आगरा के शहीद कौशल कुमार यादव, उन्नाव के शहीद अजीत कुमार, कानपुर देहात के शहीद श्याम बाबू और कन्नौज के शहीद प्रदीप सिंह ने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी।

इनके शहीद होने की सूचना जैसे ही जवानों के घरों तक पहुंची, उनके गांव में कोहराम मच गया। जिलों के प्रशासनिक अफसरों ने भी शहीदों के परिवारों के बीच पहुंचकर ढांढस बंधाने का काम किया। उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने मौतों के आंकड़ों की पुष्टि की है।

पुलवामा आतंकी हमले में बिहार के 2 सपूत भी शहीद हुए हैं। पटना के तारेगना निवासी हेड कांस्टेबल संजय कुमार सिन्हा और भागलपुर के कहलगांव निवासी रतन कुमार ठाकुर इनमें शामिल हैं।