नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ आज थोड़ी देर में जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं। राहुल गांधी का वहां के लोगों के साथ अनुच्छेद 370 हटाने जाने के बाद मिलने का कार्यक्रम है। हालांकि विपक्ष के ज्यादातर नेता एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं और राहुल गांधी थोड़ी देर में वहां पहुंचने वाले हैं। हालांकि श्रीनगर प्रशासन ने नेताओं को वहां आने से मना किया है। हालांकि राहुल गांधी वहां जाने की जिद पर अड़े हैं और देखना ये है कि श्रीनगर प्रशासन उन्हें वापस लौटाता है या फिर वहा राज्य की जनता से मिलने में सफल होते हैं।

राहुल गांधी राज्य में पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां जाने की जिद पर अड़े हैं। राहुल गांधी ने पिछले दिनों कहा था कि राज्य के लोगों को दिक्कत हो रही है और उनका फर्ज बनता है कि वह लोगों के दुखों में उनकी सहायता करें। हालांकि अभी तक किसी भी नेता को श्रीनगर प्रशासन ने वहां नहीं आने दिया है। कांग्रेस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री को भी वहां जाने से रोक दिया गया था और माकपा के नेता सीताराम येचुरी को प्रशासन ने वहां नहीं जाने दिया था। जिसके बाद इन लोगों को वापस आना पड़ा था।

फिलहाल विपक्ष के नेता एयरपोर्ट पहुंच गए हैं और थोड़ी देर में वह  श्रीनगर रवाना होने वाले है। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित राज्यों में बांटने के बाद राजनीतिक दलों के नेताओं वहां जाने पर रोक लगा थी और अभी तक कोई भी नेता वहा जाने में सफल नहीं हुआ है। श्रीनगर समेत कुछ शहरों में प्रतिबंध लगा हुआ है और शुक्रवार की नमाज पर वहां मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगा था।

हालांकि इसी बीच एनसीपी नेता माजिद मेमन ने कहा वो लोग वहां सरकार के समर्थन में जा रहे हैं ताकि हम भी सुझाव दे सकें कि क्या किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह सरकार का विरोध नहीं कर रहे हैं। फिलहाल राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, माकपा से सीताराम येचुरी, भाकपा के डी. राजा, डीएमके के टी सिवा, राजद के मनोज झा और तृणमूल से दिनेश त्रिवेदी श्रीनगर जा रहे हैं। हालांकि देश शाम कांग्रेस के नेताओं ने इस पर चर्चा की।