जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पुलवामा हमले को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत की जानी चाहिए। इस समय जंग की बात सिर्फ अनपढ़ ही कर रहे हैं। महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को एक मौका मिलना चाहिए। भारत को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। युद्ध से मसला हल नहीं होगा। 

उन्होंने कश्मीरी लोगों के खिलाफ देश भर में कथित गुस्से को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पुलवामा हमले के बाद कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। पीएम मोदी को कश्मीरी छात्रों पर हो रहे हमलों की निंदा करनी चाहिए। 

महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'ये सच है कि पठानकोट हमले और मुंबई हमले के सबूत पाकिस्तान को दिए गए थे और उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन इमरान खान नए पीएम हैं और वो नई शुरुआत की बात कर रहे हैं तो उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए। हमें उन्हें सबूत देने चाहिए, फिर देखेंगे कि वो क्या करते हैं।'

देश भर में पाकिस्तान को सबक सिखाने की तेज होती मांग के बीच महबूबा मुफ्ती ने कहा, इस समय केवल अनपढ़ लोग ही जंग की बातें कर रहे हैं। दोनों ही देश परमाणु ताकत से लैस हैं और जब बातचीत का विकल्प है तो मुझे नहीं लगता की जंग को लेकर  सवाल किए जाने चाहिए। 

महबूबा ने हुर्रियत नेताओं से सुरक्षा वापस लिए जाने को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा हटाना बचकाना हरकत है। इतनी बड़ी घटना हो गई, इतनी ज्यादा शहादतें हो गईं। आपने चार लोगों की सुरक्षा हटा ली। ये क्या बात हुई। उन्होंने खुद सुरक्षा नहीं मांगी थी, खतरे को देखते हुए ही उन्हें सुरक्षा दी गई थी। 

उधर, महबूबा के बयान पर पलटवार करते हुए  केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'भारत का खाती हैं, भारत का गाएं। आस्तीन का सांप न बनें।'