चंडीगढ़-- करतारपुर साहिब गलियारे की आधारशिला रखे जाने के कार्यक्रम के लिए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के फैसले की आलोचना हो रही है।

इतना ही नहीं सिद्धू पाकिस्तान जाने के लिए इतने बेचैन थे की उन्होंने ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की बात भी नहीं मानी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगी सिद्धू से इस पर पुन:विचार करने को कहा था। इसके बावजूद सिद्धू ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया।

साथ ही सिंह ने कहा कि उन्होंने अनुमति के लिए सिद्धू का अनुरोध इसलिए स्वीकार कर लिया क्योंकि वह किसी को ‘निजी यात्रा’ करने से मना नहीं कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार कर रहे थे, उसी दौरान उनसे फैसले पर पुन:विचार करने का अनुरोध किया।    

अमरिन्दर ने कहा, ‘‘सिद्धू ने मुझे बताया कि वह पहले ही जाने का वादा कर चुके हैं। जब मैंने उन्हें इस मुद्दे पर अपने रूख से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत यात्रा है, लेकिन वह मुझसे बात करेंगे। लेकिन अभी तक मेरी उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है।’’

बता दें कि इमरान सरकार की ओर से न्योते के बावजूद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 28 नवंबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने से मना कर दिया था।