पाकिस्तान में आतंकवादियों को समुद्री मार्गों और दूसरे तरीकों से भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुख्ता खबरें हैं। उन्होंने पुलवामा हमले का नाम लिए बगैर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत को अस्थिर करने के लिए एक देश से मदद पाने वाले आतंकियों ने पुलवामा हमले को अंजाम दिया। 26/11 को मुंबई में हुए आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए भी आतंकवादी समुद्र मार्ग के जरिये ही भारत में घुसे थे। 

नौसेना प्रमुख ने समुद्र मार्ग से आतंक को अंजाम देने की आशंका जताते हुए कहा, ‘हमारे पास ऐसी भी खबरें हैं कि आतंकवादियों को समुद्री मार्ग सहित विभिन्न तरीकों से हमलों को अंजाम देने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।’ हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद में रक्षा क्षेत्र से जुड़े वैश्विक विशेषज्ञों और राजनयिकों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कि हाल के वर्षों में क्षेत्र ने कई तरह का आतंकवाद देखा है। विश्व के इस हिस्से में कुछ ही देश इसकी चपेट में आने से बच पाए हैं। उन्होंने आतंकवाद को वैश्विक चुनौती करार देते हुए कहा कि आतंकवाद ने हाल में जो वैश्विक रुख अपनाया है, उससे यह खतरा और बढ़ गया है। 

नौसेना प्रमुख ने भारत के आतंक से पीड़ित होने की बात करते हुए कहा कि भारत को गंभीर आतंकवाद का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘हाल में लगभग तीन सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमला हुआ। इस हिंसा को भारत को अस्थिर करने की चाहत रखने वाले एक देश से सहायता प्राप्त आतंकियों ने अंजाम दिया।’ 

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे।  पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमला किया था। इस हमले में आतंकियों के ठिकाने तबाह हो गए जबकि कई आतंकी मारे गए थे। इस घटना के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वे नाकाम रहे।