राममंदिर निर्माण को लेकर विहिप की आज रामलीला मैदान में रैली की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इस रैली में करीब 5 लाख लोग शामिल होंगे। विहिप लोकसभा चुनाव से पहले राममंदिर के लिए अध्यादेश लाने के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बना रही है।

रामलीला मैदान में विश्व हिंदू परिषद के समर्थक आज बड़ी संख्या में जुट रहे हैं। आज सुबह से ही विहिप कार्यकर्ताओं का आना शुरू हो गया था और हजारों की तादात में कार्यकर्ता कल ही पहुंच गए थे। स्थानीय कार्यकर्ता बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं के नाश्ते और खाने की व्यवस्था में लगे हुए हैं। 

शहर में ट्रैफिक पुलिस के साथ विहिप के कार्यकर्ता भी दिखाई दे रहे हैं जो वाहन की पार्किंग के लिए मदद कर रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर होनेवाली इस रैली को देखते हुए दिल्ली पुलिस मुस्तैद है। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी हर हरकत पर नजर रखेंगे।

वीएचपी की विशाल रैली को देखकर दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर यह रैली की जा रही है। रामलीला मैदान की क्षमता 50 हजार है और यदि पार्किंग स्पेस को बढ़ा दिया जाए तो यह संख्या 1 लाख के करीब हो सकती है। 

हालांकि, रैली को लेकर दावा किया जा रहा है कि 5 लाख कार्यकर्ता पहुंचेंगे। गौरतलब है कि 25 नवंबर को अयोध्या में विहिप की रैली का आयोजन किया गया था जिसमें दो लाख से ज्यादा विहिप कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया था। इसके अलावा विहिप ने बंगलौर में भी रैली का आयोजन किया था।

बहरहाल बुलंदशहर की घटना से सबक लेते हुए पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। सेंट्रल दिल्ली को पूरी तरह से छावनी में बदला जा रहा है और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है और 210 कैमरे तो दिल्ली गेट से राजपथ के बीच ही लगाए गए हैं। चार विशेष कंट्रोल रूम यहां बनाए गए हैं ताकि हर हरकत पर नजर रखी जा सके और निर्देश जारी किए जा सकें। सुरक्षा बल की सभी यूनिट संदीप गोयल और आर पी उपाध्याय को रिपोर्ट करेंगे।

दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 30 कंपनियां अर्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनात की गई है। इसके साथ ही दिल्ली के ज्यादातर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों को सेंट्रल दिल्ली में तैनात रखने का आदेश पुलिस आयुक्त ने दिया ह और इस पूरे इलाके को 11 जोन में बांट दिया गया है और हर जोन की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक एसीपी रैंक के अफसर को दी गई है।