हरियाणा के जींद जिले में पबजी गेम खेलने से मना करने पर एक 17 वर्षीय किशोर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। किशोर एक साल से इस गेम का आदी था। अकसर जब भी घर के लोग उससे इसके लिए मना करते थे तो वह नाराज हो जाता था। लेकिन जब शनिवार की रात उसके घरवालों ने पबजी खेलने से मना किया तो उसने आत्महत्या कर ली।

जानकारी के मुताबिक जिले के शिवपुरी कॉलोनी में बीती रात एक पुलिस सब इंस्पेक्टर के 17 वर्षीय बेटे तरसेम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तरसेम के घर वालों का कहना है कि वह पब्जी गेम का आदी हो चुका है। वह अपने दोस्तों के साथ और अकेले में इस गेम को खेलता रहता था और मना करने पर नाराज हो जाता था। कई बार तो घरवालों ने उसका मोबाइल भी ले लिया।

लेकिन उसके बावजूद इस गेम की लत नहीं छूट पायी। तरसेम के परिजनों का कहना है कि वह पिछले एक वर्ष से मोबाइल पर पबजी गेम खेल रहा था। जब उसे इसके डांटा गया तो उसने आत्महत्या कर ली। जानकारी के मुताबिक शिवपुरी कॉलोनी निवासी एवं कैथल में एएसआई के पद पर तैनात सत्यवान का 17 वर्षीय बेटे तरसेम ने आत्महत्या की।

तरसेम दसवीं तक पढ़ा हुआ था और उसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी और घर में ही रहता था। घरवालों का कहना है कि वह अपना अधिकतर समय मोबाइल में गेम खेलने पर ही बिताता था। तरसेम इस गेम का इस कदर लती था कि वह रात के 12 बजे तक गेम खेलता था।

उसके परिजनों का कहना है कि जब शनिवार रात तरसेम खाना खाकर अपने कमरे में चला गया तो उसके परिजन उसे कमरे में देखने गए तो वहां पर वह फांसी के फंदे पर लटका मिला। उसे घरवाले अस्पताल ले गए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजनों का कहना है कि तरसेम ने मोबाइल गेम के कारण ही आत्महत्या की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इससे पहले भी पबजी गेम को लेकर कई तरह के घटनाएं देखने को मिली हैं। खासतौर से आजकल के युवा इस गेम की समेट में आ गए हैं और घंटों गेम खेलते रहते हैं और इसके कारण वो इस गेम के आदी हो रहे हैं।