पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को क्रिकेट के मैदान पर घेरने की कवायद शुरू कर दी है। भारत में पाकिस्तान के चौतरफा बहिष्कार की जोरदार मांग हो रही है। अब इस मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी सख्त रुख अपना लिया है। इससे विश्वकप में भारत-पाकिस्तान मैच पर संकट के बादल गहरा गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीसीसीआई इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को पत्र लिखकर लिखकर इस साल इंग्लैंड और वेल्स में होने जा रहे वर्ल्ड कप से पाकिस्तानी टीम को बाहर करने की मांग करने वाली है।  पाकिस्तान के साथ क्रिकेट को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमिटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) की शुक्रवार को बैठक होनी है। 

सीओए की इस बैठक में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट को लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। इसमें केंद्रीय खेल मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से सलाह मशविरा भी किया जाएगा। बीसीसीआई इसके बाद ही पाकिस्तान के साथ क्रिकेट के भविष्य पर कदम उठाने के लिए फैसला लेगा। ऐसी खबरें हैं कि सीओए के  चेयरमैन विनोद राय ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी से कहा है कि वह आईसीसी को ईमेल भेजकर पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर किए जाने की अपील करें, क्योंकि वह अपनी जमीन पर आतंकियों को फलने- फूलने का मौका दे रहा है और भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। ऐसा न होने पर भारत के विश्वकप के बहिष्कार की बात कही जाए। बीसीसीआई को आईसीसी से साफतौर पर यह कहना चाहिए कि भारत के अंदर पाकिस्तान के खिलाफ न खेलने का मूड है। भारत आतंकवाद के मसले पर कोई समझौता नहीं करेगा। आईसीसी के प्रमुख इस समय शशांक मनोहर हैं। 

वर्ल्ड कप में भारत को 16 जून को मैनचेस्टर में पाकिस्तान से मैच खेलना है। इस बीच बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अगर सरकार चाहती है कि भारत वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से मैच नहीं खेले तोय ह मैच नहीं खेला जाएगा। हालांकि अगर भारत यह मैच नहीं खेलता तो पाकिस्तान को पूरे अंक मिल सकते हैं। 

पुलवामा आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने अपने मुंबई स्थित मुख्यालय से पाकिस्तान क्रिकेट से जुड़ी तस्वीरों और स्मृति चिह्नों को हटा दिया है। क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया समेत कई राज्य क्रिकेट संघों द्वारा अपने परिसरों से पाकिस्तानी क्रिकेटर्स से जुड़ी तस्वीरों को हटाए जाने के बाद बीसीसीआई ने भी यह कदम उठाया है।