नवोदित बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के पदार्पण टेस्ट में जमाए गए शानदार शतक की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन चार विकेट पर 364 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली।

पृथ्वी ने 18 बरस और 329 दिन की उम्र में पदार्पण करते हुए सिर्फ 99 गेंद में शतक पूरा किया। उन्होंने 154 गेंद में 19 चौकों की मदद से 134 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा (86) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 72) ने भी अर्धशतक जड़े। दिन का खेल खत्म होने पर ऋषभ पंत 17 रन बनाकर कोहली का साथ निभा रहे थे। कोहली ने अब तक अपनी पारी में 137 गेंद का सामना करते हुए चार चौके लगाए हैं। 

पृथ्वी और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 206 रन जोड़कर भारत के लिए अच्छी बुनियाद तैयार की, इसके बाद बाद कोहली और अजिंक्य रहाणे (41) ने चौथे विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी करके मेजबान टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। 

पृथ्वी ने अपने पहले ही रणजी ट्राफी मैच में भी शतक जड़ा था और वह दलीप ट्राफी में पदार्पण करते हुए शतक जड़ने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं। पृथ्वी की अगुआई में भारत ने पहले सत्र में 25 ओवर में एक विकेट खोकर 133 रन बनाए जबकि दूसरे सत्र में टीम ने 26 ओवर में दो विकेट पर 99 रन जुटाए। अंतिम सत्र में टीम इंडिया 38 ओवर में एक विकेट पर 132 रन बटोरने में सफल रही।

पृथ्वी अपनी पारी के दौरान बिलकुल भी दबाव में नहीं दिखे और उन्होंने वेस्टइंडीज के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण का पूरा फायदा उठाया। भारत ने सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (00) का विकेट पहले ही ओवर में गंवा दिया था जिसके बाद पृथ्वी और पुजारा ने टीम को संभाला।

पृथ्वी ने तेज गेंदबाज कीमो पाल की गेंद को कवर पर दो रन के लिए खेलकर शतक पूरा किया और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में पहला टेस्ट शतक जड़ने वाले भारतीय बने। पृथ्वी टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले 293वें क्रिकेटर बने। 

मुंबई के इस बल्लेबाज ने दूसरी ही गेंद को कवर में तीन रन के लिए खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले रन बटोरे। तेज गेंदबाज शेनन गैब्रिएल 140 किमी प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन पृथ्वी पर इसका कोई असर नहीं दिखा। गैब्रियल (66 रन पर एक विकेट) ने पहले ही ओवर में पृथ्वी के सलामी जोड़ीदार लोकेश राहुल (00) को तेजी से अंदर आती गेंद पर पगबाधा करके वेस्टइंडीज को अच्छी शुरुआत दिलाई।

पृथ्वी ने दूसरे ओवर में कीमो पाल पर अपना पहला चौका प्वाइंट बाउंड्री पर जड़ा। उन्होंने इसके बाद इस तेज गेंदबाज पर तीन और चौके मारे। पिच पर घास नजर आ रही थी लेकिन गैब्रियल के शुरुआती ओवरों के बाद गेंदबाजों को अधिक मदद नहीं मिली।

वेस्टइंडीज के गेंदबाज पृथ्वी और पुजारा को परेशान करने में नाकाम रहे। इन दोनों बल्लेबाजों ने देवेंद्र बिशू (113 रन पर एक विकेट) और रोस्टन चेज (67 रन पर एक विकेट) की स्पिन जोड़ी के खिलाफ भी आसानी से रन बटोरे।

पृथ्वी ने स्ट्रेट ड्राइव से चौके के साथ 56 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। पुजारा ने भी लुईस सीधे चौके के साथ 67 गेंद में 50 रन पूरे किए। पृथ्वी ने लुईस (56 रन पर एक विकेट) पर चौके के साथ 41वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। 

पुजारा हालांकि लुईस के अगले ओवर में आफ साइड से बाहर की गेंद से छेड़छाड़ की कोशिश में विकेटकीपर शेन डाउरिच को कैच दे बैठे और अपने घरेलू मैदान पर 16वां टेस्ट शतक जड़ने से चूक गए। उन्होंने 130 गेंद की अपनी पारी में 14 चौके जड़े। पृथ्वी भी इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके और चाय से पहले के अंतिम ओवर में बिशू की गेंद पर इस लेग स्पिनर को वापस कैच दे बैठे। उन्होंने अपने आधे से अधिक रन बाउंड्री से बटोरे।

कप्तान कोहली एक बार फिर अच्छी लय में दिखे लेकिन रहाणे को शुरुआत में लय हासिल करने में परेशानी हुई। कोहली ने लुईस पर दो चौके जड़े जबकि रहाणे ने गैब्रिएल की गेंद पर पहला चौका मारा। बिशू और चेज की स्पिन जोड़ी इस बीच रन गति पर कुछ देर अंकुश लगाने में सफल रही। कोहली और रहाणे ने हालांकि क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बाद आकर्षक शाट खेले। दोनों ने 73वें ओवर में टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया।

कोहली ने बिशू की गेंद को दो रन के लिए खेलकर 100 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। वेस्टइंडीज ने 80वें ओवर के बाद नई गेंद नहीं ली जिसका उसे तब फायदा मिला जब चेज ने रहाणे को विकेटकीपर डाउरिच के हाथों कैच करा दिया। रहाणे ने डीआरएस लिया लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से से टकराकर विकेटकीपर के दस्तानों में गई थी। रहाणे ने 92 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे। 

रहाणे के आउट होने के बाद वेस्टइंडीज ने 85वें ओवर की शुरुआत में दूसरी नई गेंद ले ली लेकिन कोहली और पंत ने बाकी बचे पांच ओवरों में भारत को कोई और झटका नहीं लगने दिया। मैच की शुरुआत से पहले ही वेस्टइंडीज को करारा झटका लगा जब कप्तान जेसन होल्डर टखने में चोट के कारण मैच से बाहर हो गए। होल्डर की गैरमौजूदगी में क्रेग ब्रेथवेट टीम की अगुआई कर रहे हैं। टीम के तेज गेंदबाज केमार रोच भी अपने परिवार में किसी सदस्य के निधन के कारण इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। (इनपुट भाषा से भी)