भारत की सुपरस्टार और पांच बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकाम ने मंगलवार को दसवीं एआईबीए महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर सातवां पदक पक्का कर लिया। मैरीकॉम 48 किग्रा भारवर्ग में खेल रही हैं। 

मैरीकॉम ने दिन की शुरुआत चीन की यू वु पर 5-0 (30-27, 29-28, 30-27, 29-28, 30-27) की शानदार जीत से की। वह बृहस्पतिवार को उत्तर कोरिया की हयांग मि किम से भिड़ेंगी जिन्हें उन्होंने पिछले साल एशियाई चैंपियनशिप के फाइनल में हराया था।

लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने अपने चिर परिचित अंदाज में खेलते हुए चीनी मुक्केबाज को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। उनके दांये-बांये हाथ से लगाए गए मजबूत मुक्कों का यू वु के पास कोई जवाब नहीं था।

विश्व चैंपियनशिप में छह पदक जीत चुकी मैरीकाम आत्ममुग्ध होने से बचना चाहती हैं और एक बार में एक ही मुकाबले पर ध्यान लगा रही हैं। उन्होंने मुकाबले के बाद कहा, ‘यह काफी कठिन भी नहीं थी और आसान भी नहीं थी। मैं रिंग में ध्यान भंग नहीं होने देती, जिससे फायदा मिलता है। मैं उसे देखकर उसके खिलाफ खेल रही थी। चीन की मुक्केबाज काफी मजबूत हैं, लेकिन उसके खिलाफ यह मेरा पहला मुकाबला था।’

अगले मुकाबले के बारे में उन्होंने कहा, ‘अब मैं पदक दौर में प्रवेश कर चुकी हूं। एशियाई चैंपियनशिप में मैंने उसको हराया था। अभी सेमीफाइनल में लड़ना है, अति आत्मविश्वास से नहीं खेलना है। उसकी वीडियो का आकलन किया था, उसी के हिसाब से खेलूंगी।’ 

उधर, युवा मुक्केबाज मनीषा मौन (54 किग्रा) को हालांकि 2016 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता स्टोयका पैट्रोवा से 1–4 से पराजय का मुंह देखना पड़ा। दोपहर के सत्र में मनीषा रिंग में उतरी। वह शीर्ष वरीय के खिलाफ कहीं न कहीं अनुभव की कमी महसूस हुई। मनीषा की यह सीनियर वर्ग में पहली बड़ी चैंपियनशिप थी, लेकिन उनका मानना है कि यह अनुभव उनके लिए बहुत काम आएगा।

बुल्गारिया की मुक्केबाज ने शुरू से मनीषा को दबाव में रखा और कुछ बेहतरीन पंच से उन्हें कोई मौका नहीं दिया। बैंथमवेट मुक्केबाज मनीषा को शुरू से ड्रा में कड़े मुकाबले खेलने पडे, उन्होंने पहले दौर में वर्ल्ड चैंपियनशिप की कांस्य पदकधारी, फिर पोलैंड की वर्ल्ड चैम्पियन को मात दी। लेकिन मंगलवार को वह जीत हासिल नहीं कर सकीं।