लगभग 1200 सालों की गुलामी ने भारत के ज्ञान विज्ञान को सुप्त कर दिया। अविवेकी, विलासी और लालची विदेशी शासकों ने एक साजिश के तहत भारतीयों के ज्ञान विज्ञान को पतित करने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन ज्ञान को दबाना किसी तरह भी संभव नहीं है। आज स्वतंत्र भारत प्रतिदिन ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिदिन नए प्रतिमान गढ़ रहा है। मंगलयान, चंद्रयान, मिसाइल तकनीक जैसी अनंत उपलब्धियां हासिल की हैं। यह केवल भारतीयों के लिए ही संभव है, क्योंकि हमारे वेदों और शास्त्रों में अनंत ज्ञान उपलब्ध है, जो भारतीयों के डीएनए में शामिल है।