तीन बड़े हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा की हार की चर्चा विदेशों में भी हो रही है। दुनिया भर के अखबारों में भाजपा की हार की अपने-अपने अनुसार समीक्षा की है। 

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट का शीर्षक लिखा है, 'सेमीफाइनल चुनाव में मोदी की पार्टी की फजीहत।' अखबार लिखता है, 'क्या भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुश्किल में हैं? चार साल पहले मोदी ने भारी भरकम वादों के साथ सत्ता हासिल की थी, लेकिन उनकी पार्टी को आम चुनाव से ठीक पहले 5 राज्यों में बड़ी हार देखने को मिली। पिछले कुछ वक्त में ये भाजपा की यह सबसे बड़ी हार है। भाजपा को तीनों राज्यों में बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है। यह 2019 में आने वाले आम चुनाव में मोदी की हार की वजह बन सकता है। जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए वहां आबादी ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में बसती है। खास बात यह है कि यहां किसानों की समस्याएं और रोजगार का पीएम मोदी का वादा अधूरा निकला। ऐसा लगता है कि कभी ना हारने वाले ब्रांड मोदी की चमक धीमी पड़ रही है।' अखबार ने कांग्रेस के लिए लिखा है, 'इन चुनावों के परिणाम से लगता है कि कांग्रेस जाग गई है। ये नतीजे 2019 में मोदी और राहुल की सीधी टक्कर तय करते हैं।'

ब्रिटिश अखबार 'द गार्डियन' ने इन चुनावों से जुड़ी खबर की हेडलाइन में लिखा है, हिंदी हार्टलैंड में हुए चुनावों में मोदी की भाजपा की बड़ी हार। आगे लिखा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी की पार्टी को दो राज्यों में भारी हार का सामना करना पड़ा है। तीसरे राज्य में कांटे की टक्कर रही। इस हार ने आम चुनाव के पहले पार्टी की कमजोरी की पोल खोलकर रख दी है।

प्रधानमंत्री मोदी का मुखर विरोध करने वाले पाकिस्तान के सबसे बड़े अखबार 'डान' ने लिखा, 'मोदी की भाजपा मुख्य राज्यों में हार रही है। इन चुनावों को 2019 के आम चुनावों के लिए होने वाले जनमत संग्रह के तौर पर देखा जा रहा है। इन राज्यों की हार मोदी के कभी न हारने वाले की छवि को नुकसान पहुंचाएगी और भाजपा को बैकफुट पर धकेल देगी।'

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                  विधानसभा चुनाव परिणामों के बीच भाजपा के लिए महाराष्ट्र से आई राहत वाली खबर

चीनी मीडिया समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने 'भारत के विपक्षी दल कांग्रेस ने तीन राज्यों में भाजपा से बढ़त बनाई, एक छोटे राज्य में हार गई' शीर्षक वाली खबर में लिखा कि ये परिणाम भारत की आने वाली राजनीति के लिए अहम हैं। अगले साल होने वाले आम चुनाव पर इनका प्रभाव पड़ सकता है। इन नतीजों को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जोड़कर भी देखा जा रहा है और इनसे साफ हो रहा है कि वो लोगों के बीच कितने फेमस हैं।