फूड ब्लॉगर विशाल ने YouTube पर वीडियो शेयर कर मशीन को दिखाया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दिल्ली की सड़क पर एक चमकदार पीली वेंडिंग मशीन है।
नई दिल्ली New Delhi. गोलगप्पे। नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। गली मोहल्लों से लेकर चौक चौराहों और ठेलों पर मिलने के बाद भी कई बार मन मारना पड़ता है। वजह है गंदगी। कई बार खुले में बेचने से या फिर शॉपकीपर के हाथों को देखकर खाने का मन नहीं करता। लेकिन अब दिल्ली में एक ऐसी मशीन डिजाइन की गई है, जिससे किसी को भी कॉन्टैक्टलेस गोलगप्पे (Contactless Golgappa Machine) मिलेंगे। ये मशीन खुब ब खुद काम करती है। इसे चलाने वाले गोविंद कहते हैं कि यह पूरी तरह से एक खास क्लाउड तकनीक से बनाई गई है।
वीडियो शेयर दिखाई गोलगप्पे की मशीन
फूड ब्लॉगर विशाल ने YouTube पर वीडियो शेयर कर मशीन को दिखाया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दिल्ली की सड़क पर एक चमकदार पीली वेंडिंग मशीन है। इसमें मशीन बनाने वाले गोविंद भी दिखाई देते हैं, वे एक रोबोटिक्स इंजीनियर हैं। गोविंद मशीन के कामों के बारे में बताते हैं और कहते हैं कि यह पूरी तरह से एक विशेष क्लाउड तकनीक के साथ भारत में बनी है। ग्राहकों को सिर्फ मशीन पर दिख रहे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। इसके बाद पैसे का भुगतान करने के बाद 20 रुपए की कीमत पर मशीन गोलगप्पे का एक पूरी तरह से पैक बॉक्स बनाती है। इसके बाद पानी का भी विकल्प दिया गया है। चार अलग-अलग स्वाद के पानी दिखाए गए हैं। इसमें आप एक या एक-एक कर चारों तरह के पानी का मजा ले सकते हैं।
कम से कम 21 रुपए में वड़ा पाव भी मिलता है
मशीन का कमाल इतना भर नहीं है। सिर्फ 21 रुपए में मसालेदार वड़ा पाव भी मिलता है। खुद से चलने वाले गोलगप्पे वेंडिंग मशीन के वीडियो को 779K से अधिक बार देखा गया है। इसे देखकर नेटिजन्स ने कई तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ ने इसकी तारीफ की तो कुछ ने कहा कि अब गोलगप्पा खाने के लिए गंदगी से परेशान होने की जरूरत नहीं होगी। इसके जरिए बिना गंदे हाथों के भी गोलगप्पे खाए जा सकते हैं।