नए संसद भवन का शुभारंभ हो चुका है। सदन के विशेष सत्र के दूसरे दिन पीएम मोदी सभी सांसदों के साथ नए संसद भवन पहुंचे लेकिन क्या आप नए संसद भवन की खासियत जानते हैं?
Narendra Modi, New Parliament
नई लोकसभा में 888 सीटें हैं। विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों की बैठने कैपिसिटी है। पराने संसद भवन में लोकसभा में 590 लोगों की बैठने की क्षमता थी।
पुरानी राज्यसभा में 280 सीटों की क्षमता था। वहीं राज्यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 लोग बैठ सकेंगे।
लोकसभा में जगह की कोई कमी नहीं। दोनों सदनों के एक साथ सेशन होने के दौरान लोकसभा में 1272 से ज्यादा सांसद एक साथ बैठ सकेंगे।
संसद के हर कामकाज के लिए अलग-अलग ऑफिस हैं। वहीं ऑफिसर्स और कर्मचारियों के लिए हाईटेक सुविधा दी गई है।
संसद में कैफे और डाइनिंग एरिया भी हाइटेक सुविधाओं से लैस है। यहां अलग-अलग कमरों में हाइटेेक इक्विपमेंट लगे हैं।
कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी नई संसद में व्यवस्था की गई है। ये पूरी तरह से डिजिटल सुविधाओं से लैस है।
नए संसद भवन का निर्माण कार्य 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। 10 दिसबंर 2020 को पीएम मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी।
चार मंजिला नई संसद में छह प्रवेश द्वार हैं। जिनमें अश्व, गज और गरुड़ गेट मुख्य हैं। इन गेटों का इस्तेमाल, उपराष्ट्रपति, स्पीकर, और पीएम करेंगे। वहीं अन्य द्वार मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक के लिए होगा।
तीन साल में बनकर तैयार हुई नई संसद भवन ट्राइंगल आकार की है। पुरानी संसद से ये 17,00 वर्ग मीटर बड़ी है।